पेड्डाचेरुवु झील पर बनाई गई थी 4 मंजिला बिल्डिंग, क्यों चंद मिनटों में विस्फोट कर गिराई गई?
तेलंगाना के संगारेड्डी जिले के कोंडापुर में चार मंजिले की खूबसूरत इमारत झील में बनाई गई थी. ये इमारत मलकापुर के पेड्डाचेरुवु झील के अंदर बनाई गई थी. उसे विस्फोट के जरिए गिरा दिया गया. इसे अधिकारियों के द्वारा गिरा दिया गया क्योंकि झील के अंदर बनाई गई इस बील्डिंग का अवैध निर्माण किया गया था. इस बील्डिंग को लेकर गांववालों ने शिकायत की थी, जिसके बाद इसे गिरा दिया गया. राजस्व और वन्य विभाग के अधिकारियों ने इस पर कार्रवाई की.
झील के अंदर बनाई गई इस इमारत को गिराने के लिए डेटोनेटर रखे गए, जिनकी मदद से कुछ ही मिनटों में इसे गिरा दिया गया. इस इमारत को धराशाई होता देख गांव के बहुत सारे लोग मौके पर इकट्ठे हो गए. चंद मिनटों में ढहने वाली इस इमारत का दृश्य देखा. झील के अंदर बनाई गई इस इमारत को 2012 में बनाया गया था, जो कि अवैधतौर पर बनाई गई थी. इसलिए इसे अब गिरा दिया गया है.
किराए पर दिया करता था मालिक
मालिक इस इमारत को हैदराबाद आने वाले लोगों को किराए पर दिया करता था. झील के अंदर बनी ये बील्डिंग काफी सुंदर और आकर्षक दिखाई देती थी, इसलिए लोग इसे जल्द ही किराए पर ले लिया करते थे और झील के अंदर बनाए गए घर का लुत्फ उठाते थे. अधिकारियों के मुताबिक, इसके मालिक को यहां घर बनवाने के लिए तीन एकड़ जमीन के लिए एनोसी लेनी थी, लेकिन सिंचाई विभाग की तरफ से इसके लिए एनओसी नहीं ली जा सकी थी.
सैकड़ों एकड़ जमीन की होती है सिंचाई
पेड्डाचेरुवु झील यहां की सबसे बड़ी झीलों में से एक है और इससे सैकड़ों एकड़ भूमि की सिंचाई की जाती है. इसका उपयोग कंडी मंडल के एडुमैलाराम में नजदीकी आयुध फैक्ट्री मेडक में बनाए जाने वाले विकसित इन्फैंट्री कॉम्बैट वाहनों के सालाना फ्लोटेशन टेस्टिगं के लिए किया जाता है.