पेरिस ओलंपिक से पहले पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भारी दुर्दशा देखिए, सरकार को झोली भर-भर के कोस रहे

पेरिस ओलंपिक की अब उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. लेकिन पाकिस्तान का हाल अभी भी जस के तस है. बाकियों की तो छोड़िए पाकिस्तान के लिए मेडल की जो सबसे बड़ी और शायद इकलौती उम्मीद हैं अरशद नदीम,समस्या उनके साथ भी है. उन्हें पेरिस ओलंपिक की अपनी तैयारियों को अमलीजामा पहनाने के लिए ट्रेनिंग की सुविधाएं तक नहीं मिल रही. अब इसे लेकर सरकार पर उंगली उठाएं नहीं तो और क्या करें.
अरशद नदीम को नहीं मिल रहीं जरूरी सुविधाएं
पेरिस ओलंपिक में जैवलिन के इवेंट सबसे आखिर में होंगे. 6 अगस्त को पुरुषों का इवेंट होना है. ऐसे में अरशद नदीम ने पाकिस्तान में ही अपनी तैयारी जारी रखी है. लेकिन, वो तैयारी करें कैसे? इसके लिए ना तो बेहतर ग्राउंड है और ना ही वहां कोई जरूरी सुविधाएं. प्रैक्टिस के लिए जरूरी चीजों के अभाव में अरशद नदीम का पाकिस्तान सरकार से गुस्सा और शिकायत जायज है.
‘पाकिस्तान में ढंग का एक ग्राउंड नहीं’
अरशद नदीम ने जियो सुपर से बातचीत में तैयारियों के अभाव को लेकर अपना गुस्सा जाहिर किया. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के पास एक ढंग का ग्राउंड नहीं है, जिस पर एथलीट अभ्यास कर सकें. ये बयान उस खिलाड़ी का है जिससे पाकिस्तान को पेरिस ओलंपिक से मेडल लाने की उम्मीद है. अरशद नदीम टोक्यो ओलंपिक में जैवलिन के फाइनल में चौथे नंबर पर रहे थे.

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नदीम की तरह दूसरे एथलीटों ने भी सरकार को कोसा
नदीम की ही तरह ग्राउंड को लेकर फायका रियाज ने भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने भी कहा है कि पाकिस्तान में तैयारियों के लिए जरूरी चीजों की कमी है. फायका रियाज, पाकिस्तान की सबसे तेज दौड़ने वाली महिला स्प्रिन्टर हैं, जिन्हें वाइल्ड कार्ड के जरिए पेरिस ओलंपिक का टिकट मिला है.
पेरिस ओलंपिक में पाकिस्तान के 7 एथलीट
पेरिस ओलंपिक 2024 में पाकिस्तान के कुल 7 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें से 3 को वाइल्ड कार्ड मिला है. हैरान करने वाली बात ये भी है कि पाकिस्तानियों के दल में खिलाड़ी से ज्यादा ऑफिशिएल्स शामिल हैं, जिनकी संख्या 11 हैं.

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