प्रसाद विवाद: आंध्र प्रदेश के पूर्व CM जगन मोहन रेड्डी को पुलिस ने भेजा नोटिस, तिरुपति दौरा रद्द
विश्व प्रसिद्ध तिरुपति मंदिर में दिए जाने वाले लड्डू प्रसादम में जानवरों की चर्बी मिलाने से जुड़े विवाद के बीच आंध्र प्रदेश की सियासत लगातार गरमाती जा रही है. प्रसादम में मिलावट के आरोपों के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और युवजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी आज शुक्रवार शाम तिरुमाला जाने वाले थे, लेकिन अब जानकारी आ रही है कि उनका दौरा रद्द हो गया है.
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और YSRCP प्रमुख जगनमोहन रेड्डी को बिना अनुमति तिरुपति आने के लिए मना किया गया है. पुलिस ने उनको नोटिस भेजा है और कहा कि आप बिना अनुमति तिरुपति में अपना कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकते, इससे तनाव बढ़ सकता है. पूर्व सीएम की शनिवार को भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में पूजा-अर्चना करने की योजना थी.
पार्टी के नेताओं को भी नोटिस भेजी थी पुलिस
हालांकि, जगन मोहन रेड्डी के भगवान वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दर्शन के लिए जाने से पहले जिला पुलिस की ओर से उनकी पार्टी के कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को आज शुक्रवार को नोटिस जारी कर कहा गया है कि वे पुलिस अधिनियम की धारा 30 का उल्लंघन न करें. अब पुलिस ने सीधे पूर्व मुख्यमंत्री को नोटिस भेजा है.
दूसरी ओर राज्य में एनडीए गठबंधन सरकार के कई नेता और हिंदुत्व समर्थक जगन रेड्डी को तिरुमाला में एंट्री करने को लेकर चेतावनी दे रहे हैं. जगन मोहन रेड्डी के 2 दिवसीय तिरुमाला दौरे के कार्यक्रम के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री आज शाम चार बजे विजयवाड़ा एयरपोर्ट से रेनिगुंटा के लिए रवाना होने वाले थे. फिर वहां से वह तिरुमाला जाने वाले थे.
सोशल मीडिया पर एकजुटता दिखाने का प्रयास
इस बीच सोशल मीडिया पर YSRCP के कार्यकर्ताओं से पूर्व मुख्यमंत्री के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए तिरुपति में कुछ जगहों पर पहुंचने को कहा जा रहा है. यही वजह है कि पुलिस की ओर से पार्टी के कई नेताओं को नोटिस जारी करना पड़ा.
सत्तापक्ष ने आस्था स्पष्ट करने की रखी थी मांग
दूसरी ओर, जगन मोहन रेड्डी के संभावित दर्शन को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए इस मांग पर अड़ा था कि पूर्व मुख्यमंत्री को मंदिर में प्रवेश करने से पहले अपनी आस्था स्पष्ट करनी चाहिए. नियम के अनुसार, भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने के लिए प्रसिद्ध मंदिर में आने वाले गैर-हिंदुओं और विदेशियों को उनके प्रति अपनी आस्था स्पष्ट करनी होती है. गठबंधन के नेताओं का कहना था कि मंदिर में दर्शन से पहले जगन मोहन रेड्डी को डिक्लेरेशन देना होगा.