फिर सुनाई देगी गब्बर की दहाड़, बसंती की बकबक…सालों बाद फिल्म ‘शोले’ होगी स्क्रीनिंग
हिंदी सिनेमा की आइकॉनिक फिल्म ‘शोले’. इस फिल्म को रिलीज हुए 49 साल हो गए हैं, लेकिन आज भी लोगों के जेहन में इसकी यादें ताजा है. सलीम खान और जावेद अख्तर की लिखी इस फिल्म को कभी भुलाया नहीं जा सकता है, ये वो फिल्म है जिसका जादू हमेशा रहेगा. एस बीच फैन्स के लिए बड़ी खुशखबरी है. इस फिल्म को दोबारा से सिल्वर स्क्रीन पर दिखाया जाएगा.
दरअसल 15 अगस्त को ‘शोले’ (Sholay) फिल्म को रिलीज हुए 49 साल हो गए हैं. ऐसे में फिल्म को एक बार फिर से स्क्रीन पर दिखाने की तैयारी की जा रही है. जो ऑडियंस के लिए किसी ट्रीट से कम नहीं है. ‘शोले’ की स्क्रीनिंग मुंबई में 31 अगस्त को होगी. जहां जय-वीरू का मैजिक एक बार फिर से देखने को मिलेगा.
31 अगस्त को होगी स्पेशल स्क्रीनिंग
इस स्पेशल स्क्रीनिंग की जानकारी ‘टाइगर बेबी फिल्म्स’ ने सोशल मीडिया पर दी. साथ ही एक वीडियो भी शेयर किया है. जिसके कैप्शन में लिखा ‘सलीम-जावेद के जादू को 50 साल बाद एक बार फिर से स्क्रीन पर देखिए 31 अगस्त को. बुकिंग कल से ओपन हो जाएगी. मुंबई में इस फिल्म की स्क्रीनिंग रीगल सिनेमा में होगी.’ जैसे ही ये खबर सामने आई फैन्स काफी एक्साइटेड हो गए. अपने चहेते एक्टर्स को सालों बाद पर्दे पर देखने के लिए हर कोई बेकरार है.
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कई बड़ी हस्तियां करेंगी शिरकत
फिल्म की स्क्रीनिंग होगी तो जाहिर है फिल्म से जुड़े वो तमाम लोग शिरकत करेंगे जो इस सुपरहिट फिल्म का हिस्सा रहे हैं. हालांकि इनमें से कई लोग ऐसे भी हैं जो अब इस दुनिया में नहीं हैं. स्क्रीनिंग में फिल्म के डायरेक्टर रमेश सिप्पी और राइटर सलीम-जावेद की जोड़ी शामिल रहेगी. वहीं खबर है कि फिल्म के लीड एक्टर्स अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, धर्मेंद्र, हेमा मालिनी भी स्क्रीनिंग अटेंड करेंगे. सालों बाद इस आइकॉनिक फिल्म को पर्दे पर देखना यकीनन इन स्टार्स के लिए भी काफी रोमांचक होगा.
रामगढ़ गांव की यादगार कहानी
बात फिल्म ‘शोले’ की स्टोरी लाइन की करें तो, फिल्म की कहानी रामगढ़ गांव की है. जहां ठाकुर बलदेव सिंह का किरदार निभाने वाले संजीव कुमार, डाकू गब्बर यानी अमजद खान से अपने परिवार की मौत का बदला लेना चाहता है. यहीं से कहानी शुरू होती है और फिर एंट्री होती है, दो ऐसे दोस्तों की जो एक दूसरे पर जान छिड़कते हैं. और फिर शुरू होती है शोले…
ऑल टाइम फेवरेट फिल्म ‘शोले’
इस फिल्म में हर वो चीज है जो ‘शोले’ को ऑल टाइम फेवरेट बनाता है. एक एक किरदार ने अपनी की ऐसी छाप छोड़ी कि सालों बाद आज भी लोगों के जेहन में उनके नाम, डायलॉग सब कुछ ताजा हैं. इस फिल्म में प्यार, है दोस्ती है. इमोशंस है, गुस्सा है. कभी आपको वीरू और बसंती हसाएंगे, तो कभी ठाकुर की विधवा बहू राधा और जय की दिल छू लेने वाली मोहब्बत आपकी आंखें नम कर देगी. फिल्म का एक और हिस्सा था वो थी बसंती की घोड़ी धन्नो जिसे आज भी याद किया जाता है.
यादगार डायलॉग
फिल्म ‘शोले’ के डायलॉग की बात करें तो बच्चे बच्चे की जुबां पर इस फिल्म के डायलॉग छा गए थे. बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना, कितने आदमी थे, होली कब है, तुम्हारा नाम क्या है बसंती, हम भी अंग्रेजों के जमाने के जेलर हैं, ये हाथ हम को दे दे ठाकुर जैसे तमाम डॉयलाग आज भी लोगों को याद हैं. 1975 में रिलीज हुई इस फिल्म में बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था.