फोन में नंबर के साथ नाम दिखने वाली योजना अटकी, क्या है वजह?
दुनियाभर में साइबर क्राइम काफी ज्यादा बढ़ गया है. इस अपराध को कम करने या इसे रोकने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने इससे बचने के लिए एक योजना की पेशकश की, इस योजना में फोन नंबर के साथ नाम भी दिखाने की बात थी. इस योजना पर काम शुरू हो चुका था, लेकिन फिलहाल इस योजना पर अटकलें लगती हुई नजर आ रही है.
ट्राई ने कंपनियों के फेक कॉल करने और इसके साथ बढ़ रहे साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए कड़ा कदम उठाया है, लेकिन BSNL और वोडाफोन आइडिया के 2G नेटवर्क के चलते ट्राई की ये योजना अटक गई है. दोनों कंपनियां अभी भी पुराने नेटवर्क स्विच पर चलती हैं, जिसकी वजह से फोन कॉल के साथ उपभोक्ता का नंबर दिखना संभव नहीं है. इसके अलावा बाकी टेलीकॉम कंपनियां इस सर्विस को आधा-अधूरा लॉन्च नहीं करना चाहती हैं.
परेशानी से निपटने पर दिया जोर
ट्राई का मानना था कि इस योजना के जरिए साइबर ठगों से राहत मिल पाएगी. इस योजना की सिफारिश के बाद ही टेलीकम्युनिकेशन डिपार्टमेंट की कंपनियों को प्रूफ ऑफ कॉन्सेप्ट शुरू करने को कहा गया था. यहां तक कि महाराष्ट्र और हरियाणा में प्रूफ कॉन्सेप्ट का काम शुरू भी हो चुका था. ट्राई ने जल्द से जल्द इस परेशानी से निपटने पर जोर दिया था.
फर्जी कॉल करने वालों पर एक्शन
वर्तमान समय में उपभोक्ताओं के लिए बड़ी समस्या बनकर सामने आ रही है. ट्राई ने सख्त हिदायत देते हुए कहा था कि जिस कंपनियों से फर्जी कॉल आएंगे उन्हें कुछ समय के लिए ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा. ट्राई की तरफ से एक संदेश भी जारी किया गया था, जिसमें कहा गया था कि जो लोग जानकारियों का गलत इस्तेमाल करते हैं, उन लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उनके कनेक्शन भी खत्म कर दिए जाएंगे.