फ्रूट डाइट को फॉलो करना फायदेमंद है या नुकसानदायक? एक्सपर्ट से जानें
आजकल लोग अपनी सेहत को लेकर सजग होते जा रहे हैं. फिट रहने के लिए एक्सरसाइज और डाइट फॉलो करते हैं. कीटो, मेडिटेरियन, इंरमिटेंट, डैश डाइट, लो कार्ब औरलिक्वीड कई तरह की डाइट होती हैं. इनमें एक फ्रूट डाइट भी शामिल है. इसमें कई तरह के फलों का सेवन किया जाता है. फल हमारी सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं. क्योंकि इनमें ज्यादा मात्रा में विटामिन, खनिज, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर के लिए काफी जरूरी होती हैं.
फलों में ज्यादातर सेब, केला, संतरा, अनार, आम, तरबूज और कई तरह फल शामिल होते हैं. ये स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. जैसे कि संतरे में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो इम्यूनिटी को बढ़ाने में मददगार होता है. ऐसी हर फल अपने गुण और स्वाद को लेकर बहुत प्रसिद्ध होता है. ऐसे में कुछ लोग फ्रूट डाइट लेते हैं. इसके कई फायदे हो सकते हैं. आइए जानते हैं एक्सपर्ट से इसके फायदे और नुकसान के बारे में
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
आयुर्वेद एक्सपर्ट किरण गुप्ता का कहना है कि फ्रूट डाइट कैसे की जा रही है और क्यों की जा रही है और कौन कर रहा है ये निर्भर करता है. जिस देश में आप रहे रहें हैं तो फ्रूट डाइट में उसी जगह के स्थानीय फलों का उपयोग होना चाहिए. एकदम ठंडा फल नहीं खाने चाहिए. साथ ही चाशनी या चीनी मिलाकर किसी भी फल का उपयोग नहीं करना चाहिए.
एक्सपर्ट का कहना है कि जब कोई व्यक्तिअन्नछोड़कर फलों का सेवन करते हैं. तो उससे शरीर के विटामिन और मिनरल की जरूरत पूरी हो जाती है. इसे एक्स्ट्रा फैट जैसे कि वजन और पेट की अतिरिक्त चर्बी को कम करने में मदद मिलती है, चेहरे पर ग्लो आता है साथ ही लिवर और किडनी को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है. जैसे कि कई लोग 9 दिन केला और दूध का सेवन करते हैं ऐसे में जिन हाई बीपी को कंट्रोल करने में मदद मिलती है लेकिन जिन लोगों का बीपी पहले से ही लो रहता है ऐसे में उनके शरीर में नमक की कमी हो सकती है जिससे उनका बीपी कम हो सकता है. ऐसे में अपने शरीर के मुताबिक ही फलों का चयन करना होता है.
फ्रूट डाइट पर रहने के लिए हमेशा सीजन फलों का सेवन करना चाहिए. साथ ही एक ही समय में एक ही फल खाएं तो ज्यादा सही रहेगा. ऐसे में अगर कोई व्यक्ति पूरा दिन में एक ही तरह का फल खाता है तो उसे कल्प कहा जाता है. जैसे कि अंगूर के दिनों में अंगूर कल्प, नाश्पती की सीजन में नाश्पती कल्प. कल्प में नमक और चीनी को शामिल नहीं किया जाता है. ऐसे में अगर आप दिन मेंमौसम्बीका सेवन कर रहे हैं और उसे बोर हो गए हैं तो मौसम्बीका जूस पी सकते हैं. इसके नमक और चीनी नहीं मिलती होती है. ऐसे में ये फ्रूट डाइट फायदा करती हैं.
फ्रूट डाइट को हमेशा ही सही तरीक और शरीर की जरूरत के मुताबिक ही लेना चाहिए. इसके लिए आप अपना हेल्थ चेकअप करा पहले किसी एक्सपर्ट से इसका बारे में सलाह करें. इसके बाद ही इसे फॉलो करना चाहिए. अगर फ्रूट डाइट करने का तरीका गलत हो, तो इससे सेहत को नुकसान भी हो सकता है. एक्सपर्ट आपके शरीर की जरुरत के मुताबिक आपको लिए सही फल और कितने दिन तक डाइट फॉलो करनी है इसकी सही सलाह देंगे.