फ्लाइट, ट्रेन, बैंक और बाजार… ‘डिजिटल डिजास्टर’ से थम गई दुनिया

भारत समेत पूरी दुनिया ‘डिजिटल डिजास्टर’ का सामना कर रही है. इसकी वजह माइक्रोसॉफ्ट के सॉफ्टवेयर में आई खामी है. भारत ही नहीं पूरी दुनिया में माइक्रोसॉफ्ट का नेटवर्क सिस्टम बदहाल हो गया है. इसका एविएशन सेक्टर, स्टॉक एक्सचेंज, आईटी सेक्टर, रेलवे, मीडिया हाउसेस और बैंकिंग सेक्टर पर असर पड़ा है. कई एयरलाइंस कंपनियों ने फ्लाइट कैंसिल कर दी हैं. कई एयरलाइन कंपनियां ने मैनुअली (ऑफलाइन) चेक-इन और बोर्डिंग कर रही हैं. इसमें इंडिगो, स्पाइसजेट और अकासा शामिल हैं. क्या ये साइबर अटैक की वजह से हुआ है? भारत में इसका कितना और किस सेक्टर पर असर पड़ा है? सबसे ज्यादा असर किस देश पर पड़ा है? आइए जानते हैं ऐसे ही कई अन्य सवालों के जवाब, जो माइक्रोसॉफ्ट आउटेज की वजह से पूरी दुनिया के सामने आ खड़े हुए हैं.
पहले बात भारत की…

देश की पांच एयरलाइंस ने बुकिंग सिस्टम में समस्या होने की बात कही है. तकनीकी गड़बड़ी के कारण कई एयरपोर्ट पर यात्री फंसे हुए हैं और परेशान हैं. राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (हैदराबाद) ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है. सूत्रों का कहना है कि 23 फ्लाइट्स को कैंसिल करना पड़ा हैं.
इनमें इंडिगो की विशाखापत्तनम, तिरुपति, अहमदाबाद और बेंगलुरु जाने वाली फ्लाइट भी हैं. हवाई अड्डे की ओर से कहा गया है कि हम इस समस्या के समाधान पर काम कर रहे हैं. ताकि यात्रियों को कम से कम असुविधा हो.
दुनिया भर में बैंकिंग सेक्टर प्रभावित हुआ है. हालांकि, भारत में अभीतक इस सेक्टर में सब ठीक है. एसबीआई का कहना है कि सब ठीक हैं. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने कहा है कि यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस सहित देश के पेमेंट सिस्टम पर असर नहीं पड़ा है. एचडीएफसी बैंक का भी कहना है कि इस संकट का कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
आरबीआई ने कहा कि देश की 10 बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के कामकाज में मामूली दिक्कत आई है, जिसका समाधान किया जा रहा है. माइक्रोसॉफ्ट ग्लोबल आउटेज का असर मोतीलाल ओसवाल, एडलवाइस म्यूचुअल फंड, 5पैसा, आईआईएफएल सिक्योरिटीज और एंजेल वन समेत कई ब्रोकरेज पर पड़ा है. मारुति सुजुकी को भी इससे दिक्कत का सामना करना पड़ा है.

माइक्रोसॉफ्ट आउटेज के बीच बेंगलुरु में हवाई अड्डे पर मौजूद यात्री. फोटो- पीटीआई
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केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि इस वैश्विक संकट के संबंध में आईटी मंत्रालय माइक्रोसॉफ्ट के संपर्क में है. एनआईसी नेटवर्क प्रभावित नहीं है. इस समस्या की वजह पता चल गई है. इसे सही करने के लिए अपडेशन जारी है.
दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर मौजूद यात्री. फोटो- पीटीआई
ये हवाई अड्डे प्रभावित

दिल्ली हवाई अड्डा
मुंबई हवाई अड्डा
सिडनी हवाई अड्डा
शिफोल हवाई अड्डा
सभी स्पेनिश हवाई अड्डे
बर्लिन हवाई अड्डा
प्राग हवाई अड्डा
एडिनबर्ग हवाई अड्डा
डसेलडोर्फ हवाई अड्डा
बर्लिन हवाई अड्डा
हांगकांग हवाई अड्डा

अमेरिका और ब्रिटेन में एविएशन और रेल सेवा बुरी तरह प्रभावित हुई है. अमेरिका में यूनाइटेड, अमेरिकन, डेल्टा और एलीगेंट समेत अन्य एयरलाइंस पर भी इसका असर पड़ा है और उड़ाने रद्द कर दी गई हैं. इजराइल भी इससे प्रभावित हुआ है.
लंदन स्टॉक एक्सचेंज और हेल्थ सर्विस पर भी असर पड़ा है. लंदन के सबसे बड़े हवाई अड्डे हीथ्रो की ओर से कहा गया है कि उड़ानें चालू हैं लेकिन देरी का सामना करना पड़ रहा है. हम समस्या से जल्द से जल्द उबरने की कोशिशों में जुटे हुए हैं. रेलवे नेटवर्क पर भी असर देखने को मिला है.
बर्लिन के एक हवाई अड्डे का नजारा. फोटो- पीटीआई
आउटेज की पहली रिपोर्ट गुरुवार देर रात अमेरिका में रिपोर्ट गई थी. जब Azure और 365 जैसी Microsoft सेवाएं ठप हो गईं. Microsoft 365 स्टेटस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हमारे तेजी से इस समस्या को ठीक करने पर काम कर रहे हैं. अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड के साथ अन्य तमाम देशों में आउटेज का कैसा असर है, ये समझने से पहले आइए जानते हैं साइबर सुरक्षा कंपनी क्राउडस्ट्राइक का क्या कहना है.

साइबर सुरक्षा कंपनी क्राउडस्ट्राइक ने कहा कि पूरी दुनिया को जिस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, उसमें साइबर अटैक जैसा कुछ भी नहीं है. हम खामी को दूर करने पर काम कर रहे हैं. समस्या का पता चल गया है. जल्द ही इसे ठीक कर लिया जाएगा. नए अपडेट की वजह से ये समस्या आई है. इसने विंडोज बेस्ड कम्प्यूटर और लैपटॉप को प्रभावित किया है.
क्राउडस्ट्राइक के अध्यक्ष और सीईओ जॉर्ज कर्ट्ज़ ने ट्वीट किया, क्राउडस्ट्राइक उन ग्राहकों के साथ मिलकर काम कर रहा है जो विंडोज होस्ट के लिए, एक एकल सामग्री अपडेट में पाई गई खराबी से प्रभावित हैं.जॉर्ज कर्ट्ज़ ने कहा कि यह कोई सुरक्षा घटना या साइबर हमला नहीं है.

वैश्विक स्तर पर Microsoft क्लाउड आउटेज के कारण कई अमेरिकी एयरलाइंस ने उड़ानें रद्द कर दीं. हालांकिं, बाद में कहा गया कि मध्य अमेरिकी में समस्या का समाधान हो गया है. आउटेज का कारण क्राउडस्ट्राइक के नया अपडेट बताया जा रहा है. इसने विंडोज-आधारित डेस्कटॉप और लैपटॉप को प्रभावित किया है.
बर्लिन के हवाई अड्डे का नजारा. फोटो- पीटीआई
ऑस्ट्रेलिया में एयरलाइंस, टेलीकॉम, बैंक और मीडिया हाउसेस जो इस समस्या का सामना करना पड़ा है. न्यूजीलैंड में भी हाल कुछ ऐसे ही हैं. वहां के कार्यवाहक प्रधानमंत्री डेविड सेमोर ने कहा कि हमारे अधिकारी इस वैश्विक समस्या से निपटने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. साइबर अटैक जैसी कोई घटना रिपोर्ट नहीं हुई है.
कैथे पैसिफिक एयरवेज और हांगकांग डिज्नीलैंड का कहना है कि तकनीकी समस्याओं के कारण उड़ानों पर असर पड़ा है. दुनिया भर में एयरलाइंस और व्यवसाय प्रभावित हुए हैं. सिडनी, नीदरलैंड्स, बर्लिन समेत कई अन्य देशों में भी हवाई सेवाएं प्रभावित हुई हैं. तमाम बड़े शहरों में सैकड़ों यात्री एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. उन्हें उड़ान को लेकर कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है.

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