फ्लैट खरीदते वक्त रजिस्ट्री की जिद कितनी फायदेमंद? इंतजार में दोगुने महंगे हुए मकान
ग्रेटर नोएडा में रेंट पर रहने वाले रमेश कुमार पिछले साल यानी 2023 में अपने लिए ग्रेटर नोएडा में ही एक 2+1 या 3 बीचके फ्लैट देख रहे थे. उस बीच उन्हें एक फ्लैट पसंद आया. लोकेशन पसंद थी और कीमत भी उनके बजट में थी, लेकिन उस समय फ्लैट की रजिस्ट्री बंद थी और कब होगी, इसका सटीक जवाब उन्हें नहीं मिल पा रहा था. बाद में वही फ्लैट 2024 के आते ही एकदम से उनके बजट से बाहर हो गया और अब रमेश को अपने निर्णय पर पछतावा हो रहा है. मार्केट में रमेश जैसे कई घर खरीदार है जो फ्लैट्स की रजिस्ट्री होने के शर्त पर ही घर खरीदना चाहते थे, लेकिन अचानक कीमतों में आई उछाल से उनके घर खरीदने के सपने टूट जाते हैं. ऐसे में यह समझना जरूरी हो जाता है कि ऐसे मामले में इंतजार करना सही डिसीजन है या नहीं?
दोगुना महंगे हुए फ्लैट के रेट
प्रॉपर्टी के जानकार यह मानते है कि प्रॉपर्टी की कीमत उनकी रुकी हुई रजिस्ट्री के खुलते ही अलग राह पर चल पड़ती है. वह बताते हैं कि नोएडा में कई ऐसे बिल्डर हैं, जो रजिस्ट्री वाले फ्लैट्स की कीमत में पहले से औसतन 30-40% की वृद्धि कर चुके हैं. रजिस्ट्री वाले यूनिटस अब लगभग गिने-चुने बचे हैं और घर खरीदार भी भविष्य की तैयारी करके केवल रजिस्ट्री होने वाले फ्लैट्स और सोसाइटी में ही घर लेना चाहता है. चाहे नोएडा हो या ग्रेटर नोएडा या ग्रेटर नोएडा वेस्ट, कुछ सेक्टरों में प्रॉपर्टी के रेट केवल 1 साल के अंदर लगभग 2 से 3 गुने तक महेंगे हो चुके हैं.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
क्रेडाई वेस्टर्न यूपी के सचिव दिनेश गुप्ता के अनुसार, अथॉरिटी ने अमिताभ कांत समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है जिससे लगभग 95% समस्याओं का समाधान हुआ है. लगभग 90% बिल्डरों ने 25% धनराशि जमा कर दी है और जिसके बाद से एक-एक कर उनकी रजिस्ट्री कराई जा रही है जो कि पूरे सेक्टर के लिए बहुत ही सकारात्मक संकेत है. जैसा कि यह मार्केट पूरी तरीके से डिमांड-सप्लाई की एक चेन की तरह चलता है, घर खरीदार भी अब पहले से ज्यादा जागरूक हैं और पजेशन सहित रजिस्ट्री वाले घरों को प्राथमिकता दे रहे हैं. वह कहते हैं कि व्यक्ति को हमेशा रजिस्ट्री वाले फ्लैट पर फोकस करना चाहिए.
आरजी ग्रुप के निदेशक हिमांशु गर्ग के अनुसार, ग्राहक सिर्फ एक अच्छे अपार्टमेंट की नहीं, बल्कि एक जीवनशैली की भी तलाश रहे हैं. जो ग्राहक पहले इनडोर गेम्स और स्विमिंग पूल, क्लब आदि जैसी सुविधाओं के बारे में पूछताछ करते थे, वही अब भव्य एंट्री गेट, एक शानदार सुविधाओं वाले क्लब हाउस, बढ़िया लैंडस्केपिंग, गेमिंग, स्पोर्ट्स और मनोरंजन के लिए मिलने वाली सुविधाओं के बारे में बात करते हैं और यहां तक कि आने वाले मेहमानों के लिए आंतरिक सुविधाओं आदि के बारे में भी सवाल कर रहे हैं. यही वजह है कि अब प्रीमियम सेगमेंट में निवेश करने को लेकर सोचा जा रहा है.
केडब्ल्यू ग्रुप के डायरेक्टर पंकज कुमार जैन का कहना है कि किसी भी बिल्डर के लिए एक साथ पूरे भूखंड को विकसित करना आसान नही होता है. ऐसे में बिल्डर परियोजनाओं को चरणबद्ध तरीके से विकसित करने लगे हैं जिससे समय पर डिलीवरी दी जा सके. समस्त एनसीआर में इस समय खरीदार रेडी टू मूव प्रॉपर्टी को पसंद कर रहे हैं और निर्माणाधीन प्रॉपर्टी में बिल्डर का प्रोफ़ाइल अच्छे से देख कर निवेश कर रहे हैं.