बंगाल सरकार ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को किया सस्पेंड, CBI की गिरफ्तारी के बाद एक्शन
कोलकाता में डॉक्टर से रेप और हत्या के बाद सवाले के घेरे में आए आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को ममता सरकार ने सस्पेंड कर दिया है. घोष के खिलाफ यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब एक दिन पहले यानी सोमवार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया है. घोष की गिरफ्तारी मेडिकल कॉलेज में भ्रष्टाचार के आरोपों में हुई है.
कोलकाता कांड की जांच में जुटी सीबीआई ने 16 दिन पूछताछ के बाद मेडिकल कॉलेज में वित्तीय अनियमितताओं के आरोप में संदीप घोष को किया गिरफ्तार. जांच एजेंसी ने घोष से मेडिकल कॉलेज में पहले रेप और मर्डर, संजय रॉय के बारे में और फिर वित्तीय अनियमितताओं को लेकर करीब 250 घंटे पूछताछ की थी.
24 अगस्त को सीबीआई ने अलग से जांच शुरू की थी
सीबीआई को हाईकोर्ट के आदेश पर 14 अगस्त को कोलकाता कांड की जांच सौंपी गई थी. 24 अगस्त को सीबीआई ने संदीप घोष व अन्य के खिलाफ करप्शन की FIR दर्ज कर अलग जांच शुरू की थी. घोष फरवरी, 2021 से सितंबर 2023 तक आरजी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य थे. उनका उस साल अक्टूबर में आरजी कर कॉलेज से तबादला कर दिया गया था, लेकिन एक महीने के अंदर ही वह इसी अस्पताल में इस पद पर लौट आए थे.
घोष अलावा तीन और की हुई है गिरफ्तारी
सीबीआई ने संदीप घोष के साथ-साथ दो वेंडर विप्लव सिन्हा, सुमन हजारा को भी गिरफ्तार किया है. इसके अलावा संदीप घोष के खासमखास और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के एडिशनल सिक्योरिटी इंचार्ज अफसर अली को भी गिरफ्तार कर लिया है. आरोप है कि संदीप घोष ने अपने कार्यकाल में विप्लव और सुमन नाम के दोनों वेंडर को नियमों को ताक पर रखकर मोटे कमीशन के लालच में टेंडर जारी किए.
संदीप घोष का करीबी है अफसर अली
अफसर अली संदीप घोष का दाहिना हाथ यानी सबसे करीबी बताया जा रहा है जिसे अस्पताल में होने वाली तमाम वित्तीय धांधलियों की जानकारी थी और इसमें उसकी पूरी संलिप्तता पाई गई. मेडिकल कॉलेज में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर अभी कुछ और मौजूदा स्टाफ सीबीआई के रडार पर है जिनकी जल्द हो सकती है गिरफ्तारी सीबीआई ने इस मामले में अभी तक 25 रेड की हैं.