बच्चे के मूड में अचानक होने लगता है बदलाव? ये है बाइपोलर डिसऑर्डर, एक्सपर्ट से जानें लक्षण
क्या आपने कभी महसूस किया है कि आपका बच्चा एक पल में खुश और दूसरे पल में दुखी हो जाता है. वो खुद को कमरे में बंद करके अजीब व्यवहार अपनाने लगता है. अगर आपके बच्चे की लाइफ में ऐसा हो रहा है तो इसे हल्क में न लें. ये एक तरह की मानसिक बीमारी हो सकती है जिसके परिणाम काफी खराब भी निकल सकते हैं. इसे बाइपोलर डिसऑर्डर पुकारा जाता है जिसमें पीड़ित इंसान अचानक बहुत हंसने लगता है या फिर उदास हो जाता है. इसमें गुस्सा भी आता है. ये परेशानी प्रभावित इंसान को मानसिक रोगी साबित कर सकती है.
कई मामलों में एक व्यक्ति हद से ज्यादा व्याकुल भी नजर आने लगता है. कहीं आपका बच्चा भी इस तरह की परेशानी का सामना तो नहीं कर रहा है. यहां हम आपको एक्सपर्ट के जरिए बताने जा रहे हैं कि आखिर बाइपोलर डिसऑर्डर क्या होता है. इसके लक्षण क्या और बचाव के लिए किन तरीकों को आजमाया जा सकता है. चलिए आपको बताते हैं इसके बारे में…
क्या है बाइपोलर डिसऑर्डर
एक्सपर्ट्स का कहना है कि बढ़ती उम्र के साथ इस बीमारी के होने का खतरा बढ़ जाता है पर इसकी चपेट में बच्चे भी आ सकते हैं. टीवी9 से खास बातचीत में डॉ. ए के ने बताया कि बच्चा या बड़ी उम्र वाला इंसान अचानक तेज-तेज या देर तक हंसने लगे तो ये बिगड़ हुई मेंटल हेल्थ का संकेत है. ये बाइपोलर डिसऑर्डर का एक लक्षण है पर इसके होने पर बहुत गुस्सा आना और स्लीपिंग डिसऑर्डर जैसी दिक्कतें भी होने लगती हैं. एक्सपर्ट के अनुसार इसके दो एपिसोड हैं जिसमें पहला मेनिया है और दूसरे को हाइपोमेनिया पुकारा जाता है.
बाइपोलर डिसऑर्डर का कारण
बाइपोलर डिसऑर्डर क्यों होता है या इसके होने के पीछे कौन से कारण हैं इसकी जानकारी स्पष्ट नहीं है. वैसे एक्सपर्ट्स का कहना है कि जेनेटिक, फिजिकली चेंजस और केमिकल डिसबैलेंस के कारण ऐसा हो सकता है. अगर बच्चों में ऐसा हो रहा है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं.
बाइपोलर के लक्षण
डॉ. ए के कुमार के मुताबिक बच्चे या बड़ों में इस बीमारी के कुछ लक्षण शुरू में ही नजर आने लगते हैं. इसका सबसे बड़ा लक्षण अचानक मूड में बदलाव है. वहीं बच्चा अगर अचानक बिना बात के देर तक हंसने लगे, हमेशा उदास रहे तो ये बाइपोलर डिसऑर्डर के होने का संकेत है. इसके अलावा पीड़ित इंसान को स्लीपिंग डिसऑर्डर यानी नींद कम आने की शिकायत तक होने लगती है. वैसे इस बीमारी के कारण हद से ज्यादा गुस्सा भी आने लगता है.
ऐसे करें इससे बचाव
इस बीमारी से पीड़ित इंसान को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए. अगर कोई उम्र में बड़ा इंसान इसकी चपेट में है तो उसे शराब या दूसरी नशीले पदार्थों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. एक्सपर्ट्स का कहना है कि मेंटल हेल्थ को बूस्ट करने के लिए हम योग की मदद ले सकते हैं. ब्रीदिंग एक्सरसाइज, सूर्य नमस्कार या दूसरे योगासनों के जरिए दिमाग शांत होता है. योग का असर कुछ ही दिनों में दिखने लगता है. इसके अलावा दिमाग को शांत करने के लिए अश्वगंधा की मदद भी ले सकते हैं.