बच्चे को गेंहू के आटे से है एलर्जी? ये सीलिएक बीमारी, जानें लक्षण और बचाव के तरीके

क्या आपके बच्चे को भी गेहूं से एलर्जी है और गेहूं से बनी चीजों को खाने से उसको पेट में दर्द जैसी समस्या हो जाती है? तो ये सीलिएक बीमारी हो सकती है. वैसे तो ये बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन बच्चों में इसके मामले ज्यादा सामने आते हैं. सीलिएक रोग शरीर के इम्यून सिस्टम से संबंधित एक बीमारी है, जो गेहूं, जौ या राई में पाए जाने वाले ग्लूटेन नामक प्रोटीन खाने के कारण हो जाती है. सीलिएक बीमारी से पीड़ित लोगों में ग्लूटेन छोटी आंत में सूजन कर देता है, जिससे भोजन सही प्रकार से पच नहीं पाता है. इस वजह से एलर्जी हो जाती है. पेट में दर्द रहता है और डायरिया भी हो जाता है.
डॉक्टरों के मुताबिक, अगर आपके बच्चे को गेंहू से बनी किसी भी चीज को खाकर पेट संबंधी समस्याएं हो रही है तो उसकी जांच जरूर करानी चाहिए. ये समस्या सीलिएक बीमारी के कारण हो सकती है. नारायणा अस्पताल, गुरुग्राम में पीडियाट्रिक गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग में डॉ. शिवानी देसवाल ने इस बारे में बताया है. डॉ शिवानी कहती हैं कि सीलिएक बीमारी दो तरह की होती है एक पेट से संबंधित और दूसरी अन्य समस्याएं करती है.
ऐसे दिखते हैं लक्षण
आमतौर पर 6 महीने से 24 महीने की उम्र के बच्चों में डायरिया, पेट में दर्द, सूजन, उल्टी और वजन कम होना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इस बीमारी की दूसरी स्टेज में एनीमिया, कब्ज, कान, डर्मेटाइटिस हर्पेटिफोर्म, ऑस्टियोपीनिया/ऑस्टियोपोरोसिस, हेपेटाइटिस जैसी समस्या होने लगती है. अगर ये परेशानियां हो रही हैं तो जांच जरूर करानी चाहिए.
किन लोगों की स्क्रीनिंग जरूरी
ऑटोइम्यून बीमारी, टाइप 1 डायबिटीज,ऑटोइम्यून लिवर डिजीज और थायराइड रोग से पीड़ित लोगों को भी इसकी जांच करानी चाहिए. अगर किसी गर्भवती महिला को ये समस्याएं हैं तो उसको भी सीलिएक का टेस्ट कराना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि ये बीमारी बच्चे में भी जा सकती है. इस बीमारी की पहचान यूजीआई एंडोस्कोपी और डुओडेनल बायोप्सी से ही जाती है.
बचाव कैसे करें
सीलिएक रोग से बचाव के लिए पौष्टिक और संतुलित डाइट लेनी चाहिए. ग्लूटेन-मुक्त डाइट को लेना चाहिए. ग्लूटेन के सभी स्रोतों को जैसे गेहूं, जौ और राई से परहेज करें. अपनी डाइट में बाजरा, मक्का, ज्वार को शामिल करें. अगर सीलिएक के लक्षण दिख रहे हैं तो आपकोगैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट से सलाह लेनी चाहिए.

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