बच्चों में ऐसे दिखते हैं डेंगू के लक्षण, डॉक्टर से जानें बचाव के तरीके

बरसात के मौसम में कई तरह के बैक्टीरियल और वायरल संक्रमणों का खतरा रहता है. इन बीमारियों क के साथ-साथ इस मौसम में मच्छरों से होने वाली बीमारियों के मामले भी बढ़ जाते हैं. इन बीमारियों में डेंगू एक खतरनाक डिजीज है. कुछ मामलों में डेंगू मौत का कारण भी बनता है. हर साल इस बीमारी से लोग जान गंवाते हैं. बारिश के दौरान कई इलाकों में पानी भर जाता है, जिसमें डेंगू के मच्छर पनपते हैं.डेंगू की वजह से कुछ मरीजों में ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या लगातार कम होती रहती है. इसके कारण मरीज की हालत गंभीर हो सकती है. डेंगू किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है. बच्चों में भी इसके मामले देखे जाते हैं.
डेंगू एक वायरल बुखार है जो डेंगू वायरस के कारण होता है. जब एडीस मच्छर किसी व्यक्ति को काट लेता है तो यह वायरस इंसान में फैल जाता है. मानसून में डेंगू के मच्छर पनपते हैं. यही कारण है कि इस मौसम में अधिक केस सामने आते हैं.बारिश के मौसम में पुराने टायर, कूलर और ठहरे हुए पानी में डेंगू के मच्छरों की ब्रीडिंग होती है. यही वजह है कि डेंगू के मामले आमतौर पर मानसून के मौसम में बढ़ जाते हैं. ऐसे में अपनी हेल्थ का ध्यान रखना चाहिए. खासतौर पर बच्चों को लेकर सावधानी बरतनी चाहिए.
क्या हैं लक्षण
मुंबई के जसलोक अस्पताल एवं रिसर्च सेंटर में संक्रामक रोग विभाग में डॉ. माला कनेरिया बताती हैं कि बच्चों में डेंगू के सबसे आम लक्षणों में बुखार शामिल है, जो एक सप्ताह तक रह सकता है. यह बुखार अचानक आता है और इसके साथ मांसपेशियों और सिर में दर्द की शिकायत हो सकती है. कुछ बच्चों को मसूड़ों या नाक से खून आना भी डेंगू का एक गंभीर लक्षण है, जो चिंता का कारण हैं. स्किन पर दाने भी निकलते हैं. डेंगू के ये लक्षण बच्चों में आसानी से पहचाने जा सकते हैं. अगर ये लक्षण दिख रहे हैं तो तुरंत अस्पताल जाकर इलाज कराना चाहिए.
कैसे करे बचाव
बारिश के मौसम में बच्चों को बाहर न भेजें.
बच्चों को पूरी बाजू के कपड़े पहनाएं.
मच्छर मारने की दवा का इस्तेमाल करें.
खिड़की-दरवाजे बंद रखें.
आस-पास पानी जमा न होने दें.
मॉस्किटो रिपेलेंट क्रीम लगाएं.

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