बजट में दो राज्यों को छोड़ सभी के साथ हुआ पक्षपात… किसान नेता राकेश टिकैत का विपक्ष को समर्थन
Rakesh Tikait On Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. बजट पर विपक्ष के हमले का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि भारत सरकार राज्यों के साथ भेदभाव कर रही है. टिकैत ने कहा कि जो राज्य भारत सरकार का सहयोग कर रहे हैं, उन्हें (बजट में) अधिक पैसा मिला है.
इस दौरान किसान नेता ने बजट में बिहार को अतिरिक्त मदद मिलने पर भी बयान दिया. उन्होंने कहा कि बिहार में जो पैसा गया है, उसकी निगरानी होनी चाहिए कि उसका कहां और कैसे उपयोग हो रहा है. टिकैत ने कहा कि बिहार की परंपरा है कि वहां ठेकेदार जिस तरह से काम करता है, उसका गुंडा तत्व साप्ताहिक भुगतान वसूलता है.
वन नेशन वन एडुकेशन, हेल्थ पर भी काम हो
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि बजट के अनुसार, कृषि क्षेत्र में निजी शोधकर्ताओं को जगह दी जाएगी. मुझे डर है कि वे जीएम बीजों को बढ़ावा दे सकते हैं. इस दौरान उन्होंने पूछा कि क्या सरकार आने वाली नई फसलों का डेटा सार्वजनिक करेगी? उन्होंने कहा कि एक साल में दूध के रेट में 20 रुपये की कमी आई है.
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उन्होंने आगे कहा कि क्या उन महिलाओं के लिए कुछ है जो दूध का उत्पादन करती हैं, जो भूमिहीन हैं, जो किसी तरह जानवरों को खिलाती हैं? क्या स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए कोई नीति है? टिकैत ने कहा कि वे एक राष्ट्र एक चुनाव की बात करते हैं, लेकिन मैं कहता हूं, वन नेशन वन एडुकेशन… वन नेशन वन हेल्थ नीति पर भी काम किया जाना चाहिए.
यह बड़े उद्योगपतियों की सरकार है- टिकैत
किसान नेता ने फसलों पर एमएसपी गारंटी कानून पर भी अपने विचार रखे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश की फसलों को एमएसपी पर नहीं लाया जा सकता है, ऐसा कानून बनाने से एमएसपी की गारंटी नहीं होगी. उन्होंने कहा कि उन्हें भले ही एक पैसा खर्च न करना पड़े, लेकिन यह बड़े उद्योगपतियों की सरकार है और इसलिए सरकार उन्हें किसी भी नुकसान से बचाने के लिए कोई कानून नहीं बनाएगी.