बांग्लादेशः हिंसा का शिकार बनीं ट्रेनें, 27 दिन बाद गुरुवार से चलेंगी इंटरसिटी ट्रेन, कल से ट्रैक पर उतरेगी मालगाड़ी

बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर लंबे समय से जारी प्रदर्शन की वजह से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. हिंसक प्रदर्शन के दौरान देश में कई जगहों पर भारी हिंसा हुई जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई और अनगिनत सराकरी इमारतों तथा घरों को आग के हवाले कर दिया गया. प्रदर्शनकारियों के विरोध को देखते हुए बांग्लादेश सरकार ने ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगा दी थी. लेकिन देश में अंतरिम सरकार के गठन के बाद इस फिर से शुरू किया जा रहा है.
लंबे समय से विरोध प्रदर्शन का सामना कर रहे बांग्लादेश में अब इंटरसिटी ट्रेन की सेवाएं 27 दिनों के निलंबन के बाद गुरुवार 15 अगस्त से फिर से बहाल की जाएंगी. रेलों के परिचालन शुरू किए जाने को लेकर बांग्लादेश रेलवे के जनसंपर्क निदेशक मोहम्मद नाहिद हसन खान ने आज रविवार को अपने एक पोस्ट के जरिए की.
कल से चलनी शुरू हो जाएंगी मालगाड़ियां
जनसंपर्क निदेशक ने बताया कि करीब महीने भर तक ट्रेन सेवाएं बंद रहने के बाद मालगाड़ियां कल सोमवार को फिर से शुरू हो जाएंगी, जबकि मेल, एक्सप्रेस, लोकल और डेली आने-जाने वाली ट्रेनों का परिचालन मंगलवार से शुरू किया जाएगा. इस बीच इंटरसिटी ट्रेन सेवा गुरुवार को शुरू होगी. इंटरसिटी ट्रेनों के लिए टिकट कल सोमवार शाम 5 बजे से खरीदे जा सकेंगे.
हालांकि, परबत और जमालपुर एक्सप्रेस ट्रेनें अस्थायी रूप से निलंबित रहेंगी.
आरक्षण के खिलाफ जारी आंदोलन के कारण इन सेवाओं में बाधा पड़ी और 18 जुलाई से ही इन सेवाओं को रोक दिया गया. 19 जुलाई को सरकार द्वारा कर्फ्यू लगाए जाने के बाद निलंबन को और बढ़ा दिया गया. हालांकि एक अगस्त से 3 अगस्त तक डेली आने-जाने वाली ट्रेन सेवाएं सीमित संख्या में चालू रही थीं.
बांग्लादेश को मिला नया मुख्य न्यायाधीश
इस बीच आज सैयद रेफात अहमद ने देश के नए प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ ले ली है. इससे एक दिन पहले ओबैदुल हसन ने प्रधान न्यायाधीश का पद छोड़ दिया था. जस्टिस हसन के अलावा शीर्ष अदालत की अपीलीय डिवीजन के 5 अन्य न्यायाधीशों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
प्रधान न्यायाधीश (65) अहमद ने कल शनिवार को अपने इस्तीफे के बारे में दोपहर करीब एक बजे उस समय जानकारी दी जब भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन के प्रदर्शनकारी अदालत परिसर में पहुंच गए थे. प्रदर्शनकारी छात्र लगातार उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे.

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