बांग्लादेश: अल्पसंख्यकों पर अत्याचार, VHP ने उठाए सवाल, चौंकाने वाली रिपोर्ट आई सामने
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार के मामलों में तेजी से इजाफा हुआ है. बीते हफ़्ते प्रकाशित एक रिपोर्ट की माने तो पिछले सिर्फ एक साल में एक हजार से ज्यादा ऐसे मामले आए हैं जहां अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया गया है, वहीं हिंसा में 45 लोगों की मौत हुई है. बांग्लादेश हिंदू, बुद्धिस्ट, क्रिश्चियन ओइक्या परिषद ने एक रिपोर्ट पेश की जिसमें ये चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. इन्हीं सबको लेकर 12 जुलाई को ढाका नेशनल प्रेस क्लब के सामने हिंदुओं के कुछ समूह ने प्रदर्शन भी किया.टीवी 9 भारतवर्ष ने कुछ बांग्लादेशी हिंदू एक्टिविस्ट्स से बात की जिन्होंने इसे लेकर चिंता जताई, इस बीच बांग्लादेश सरकार के मंत्री ने टीवी 9 को आश्वासन दिया कि वो इस तरह के हमलों पर तुरंत कार्यवाही करेंगे.
बीते 10 जुलाई को बांग्लादेश की राजधानी ढाका की मीरांजिला कॉलेनी में हिंदुओं पर हमला हुआ, जिसमें 60 लोग घायल हो गए, हिंदुओं के घरों को तोड़ दिया गया और मंदिर में भी तोड़ फोड़ की गई. मामला दोपहर 1:30 बजे का है, स्थानीय पार्षद मुहम्मद औवाल हुसैन ने अपनी पार्टी के लोगों के साथ हिंदुओं पर हमला किया, आगजनी की और घरों पर पत्थर बरसाए.
ढाका में हिंदुओं पर हमला, सैकड़ों घर जलाए
हमले में घायल एक हिंदू महिला ने बताया कि वह बचने के लिए गिड़गिड़ा रही थी, खुद को बचाने के लिए भागकर मंदिर गई लेकिन मंदिर को भी नहीं बख्शा गया. ये ताजा मामला है, इससे पहले भी हिंदुओं को लगातार निशाना बनाया जाता रहा है, मंदिरों पर हमले होते रहते हैं, लोगों की जमीन हड़पी जाती है और घरों में तोड़ फोड़ किया जाता है. बीते 10 जुलाई को श्री कामाख्या मंदिर की 30 बीघा ज़मीन विशेष समुदाय के लोगों ने हड़प ली, पुजारी को पूजा करने से रोकने की धमकी दी गई. इन लोगों के लिए ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई गई जिसकी कॉपी टीवी 9 के पास है.
चोरी करने वाले को पुलिस ने बताया मानसिक बीमार
बीते 28 मई को ढाका के एक मंदिर में विशेष समुदाय के एक सदस्य ने तोड़ फोड़ की, दान पात्र को तोड़ दिया, ये पूरी घटना सीसीटीवी में क़ैद हो गई, लोगों ने उसे पकड़ कर पुलिस के हवाले किया लेकिन केस फाइल करने के बजाय बांग्लादेश पुलिस ने उसे मानसिक रूप से कमजोर घोषित कर दिया। वहीं 21 मई को बांग्लादेश के मगूरा में हिंदू घरों में हमला बोला गया, कई घरों को जला दिया गया, मंदिर को भी निशाना बनाया गया.
इस दौरान पुलिस मौक़े पर पहुँची और मामले को शांत कराया। वहीं 13 मई को सिलहट में इस्कॉन मंदिर को निशाना बनाया गया और वहाँ साधुओं की पिटाई की गई। इस मामले पर इस्कॉन कोलकाता के वाईस प्रेसिडेंट राधारमण दस ने टीवी 9 से कहा की जब भी बांग्लादेश से फ़ोन आता है, डर लगता है।वहाँ हिन्दुओं की हालत बहुत बुरी है। सरकार को कुछ करना चाहिए वरना वो दिन दूर नहीं जब सारे हिन्दू बांग्लादेश से विलुप्त हो जाएँगे।
TV9 ने बांग्लादेश सरकार में मंत्री से पूछे सवाल, मिला आश्वासन
टीवी 9 ने बांग्लादेश सरकार में मंत्री ख़ालिद महमूद चौधरी से सवाल किए तो उनका कहना था कि बांग्लादेश सेक्युलर कंट्री है,हम लोग धर्मनिरपेक्षता पर भरोसा करते है। बांग्लादेशी लोग सेक्युलर हैं और हमारी सरकार सेक्युलर है, हमारे देश में सब एक सामान है, 2040 तक बांग्लादेश हर तरह से विकसित होगा, हर धर्म के लोगों को बराबर जगह दी जाती है, हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब लोग एक सामान है और हम सब लोग हैं।
VHP ने उठाये सवाल, कहा अंतरराष्ट्रीय संगठन चुप क्यों
वीएचपी के विनोद बंसल ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के मामलों पर सवाल उठाए हैं, उनका कहना है कि विश्व के समुदाय इस मामले में चुप क्यों हैं, UNHRC कहाँ है? इस मामले में तुरंत कार्यवाही की ज़रूरत है। वहीं बांग्लादेश के हिंदू एक्टिविस्ट डॉ गोबिन्दा चंद्र प्रामाणिक ने कहा कि बांग्लादेश में हिंदू ख़तरे में हैं, और सरकार चुप है.
नीचे देखें डाटा
70% मामले LandJihad से संबंधित.
अवैध बेदखली के 47 मामले.
मंदिरों पर हमले की 94 घटनाएं.
40 मूर्तियां तोड़ी गईं.
दर्जनों हिंदू लड़कियों का अपहरण कर धर्म परिवर्तन कराया गया.
25 हिंदू लड़कियों के साथ बलात्कार/सामूहिक बलात्कार किया गया (उनमें से अधिकतर नाबालिग थीं).
45 हिंदुओं की हत्या कर दी गई.
36 हिंदुओं को हत्या की धमकी.
विभिन्न हमलों में 479 हिंदू घायल हुए.
अमीर हिंदू बिजनेसमैन से जबरन वसूली के 11 मामले सामने.
काल्पनिक ईशनिंदा के आरोप में 8 हिंदू गिरफ्तार.