बांग्लादेश के बाद अब इस मुस्लिम देश में तख्तापलट की कोशिश! भारत के साथ भी हो चुका है विवाद

मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाया है. दरअसल मालदीव के सरकारी बैंक (BML) ने डेबिट कार्ड से ट्रांजैक्शन पर रोक लगा दी थी, वहीं क्रेडिट कार्ड के जरिए मासिक खर्च की सीमा 100 डॉलर कर दी गई थी, जिसके बाद देश में आर्थिक अस्थिरता का खतरा पैदा हो गया. हालांकि बाद में इस फैसले को वापस ले लिया गया.
लेकिन राष्ट्रपति मुइज्जू ने बैंक के इस फैसले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. मुइज्जू ने इसे तख्तापलट की कोशिश बताया है. उन्होंने कहा है कि सरकार BML बैंके के इस कदम की जांच करवाएगी. वहीं मालदीव की पुलिस के मुताबिक सोशल मीडिया पर सैंकड़ों बॉट(फेक) अकाउंट का इस्तेमाल कर लोगों से सरकार के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शन करने को कहा जा रहा है, इससे लोगों में अशांति फैलाने की कोशिश हो रही है.
बैंक के फैसले के खिलाफ जांच के आदेश
वहीं बैंक ऑफ मालदीव का कहना है कि उसने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि कार्ड के जरिए विदेशी मुद्रा अत्यधिक खर्च की जा रही है वहीं बैंक के पास विदेशी मुद्रा की बिक्री स्थिर है. वहीं पीपुल्स नेशनल कांग्रेस (PNC) की एक सभा में राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा है कि बैंक का यह फैसला उनकी सलाह के खिलाफ है. उन्होंने इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने का ऐलान किया है. मुइज्जू ने कहा है कि सरकार जांच में कोई हस्ताक्षेप नहीं करेगी.
मालदीव के इस सरकारी बैंक में मुइज्जू सरकार अल्पमत में है. BML के 9 बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स में महज 4 सरकार के लोग हैं. मुइज्जू ने आरोप लगाया है कि बोर्ड ऑफ मेंबर्स पूर्व की सरकार के प्रति ज्यादा वफादार हैं, जबकि बैंक को वर्तमान सरकार के हित में काम करना चाहिए. मुइज्जू ने विपक्ष पर तख्तापलट की कोशिश का आरोप लगाते हुए पड़ोसी देशों में हुए घटनाक्रमों से जोड़ा है. उन्होंने कहा है कि वह सरकार को गिराने की इन अवैध कोशिशों को रोकने के लिए तमाम संवैधानिक ताकतों का इस्तेमाल करेंगे.
विपक्ष का राष्ट्रपति मुइज्जू पर पलटवार
वहीं विपक्षी दल मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (MDP) ने मुइज्जू के आरोपों से इनकार किया है. पार्टी के अध्यक्ष फयाज इस्माइल ने आरोपों की निंदा करते हुए कहा है कि यह काफी निम्न स्तर के आरोप हैं, उन्होंने कहा कि MDP किसी भी तरह की तख्तापलट की कोशिशों में शामिल नहीं है लेकिन वह सरकार की जिम्मेदारी तय करना चाहती है. उन्होंने कहा है कि मुइज्जू सरकार में आपसी मतभेद की वजह से ऐसा हो रहा है. इस्माइल का कहना है कि आने वाले समय में मुइज्जू को राष्ट्रपति पद के लिए अपनी ही पार्टी से काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

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