बांग्लादेश में फंसे स्टूडेंट्स की रक्षक बनी BSF, अब तक हजारों छात्र लौटे वापस
बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर छात्र हिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं इसको नियंत्रित करने के लिए देशभर में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. वहीं सुरक्षा कारणों की वजह से करीब 1,000 भारतीय छात्र बांग्लादेश से लौट आए हैं. इसी कड़ी में त्रिपुरा से सटे बांग्लादेश के सीमावर्ती जिले ब्राह्मणबरिया के मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले 36 छात्रों के लिए बीएसएफ मसीहा बन गई.
दरअसल शनिवार को सुबह-सुबह बीएसएफ के त्रिपुरा फ्रंटियर के महानिरीक्षक पीयूष पुरूषोत्तम पटेल को बांग्लादेश के ब्राह्मणबारिया मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले एक छात्र के परेशान माता-पिता का फोन आया. उन्होंने बीएसएफ अधिकारी को वहां फंसे भारतीय छात्रों की दुर्दशा के बारे में बताया. लेकिन इंटरनेट और मोबाइल नेटवर्क नहीं होने के कारण उनका पता लगाना मुश्किल था.
बीएसएफ और बीजीबी ने किया रेस्क्यू
इसके बाद आईजी बीएसएफ, त्रिपुरा ने तुरंत कोमिला में बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के क्षेत्र कमांडर से संपर्क किया और दोनों सीमा सुरक्षा बलों के बीच चैनल सक्रिय हो गए. एक सुनियोजित और समन्वित ऑपरेशन में बीएसएफ और बीजीबी ने तालमेल से काम किया.
बीएसएफ ने की छात्रों की देखभाल
बीजीबी ने बीओपी अखुरा के पास सीमा तक उनके सुरक्षित मार्ग की देखभाल की और उसके बाद बीएसएफ ने इन छात्रों की देखभाल की. इन छात्रों का सीमा पर गर्म भोजन और जलपान के साथ स्वागत किया गया और आगे उनके गंतव्य तक जाने के लिए बीएसएफ वाहनों में ले जाया गया. बता दें कि बांग्लादेश में हिंसक झड़पों में अभी तक 115 से अधिक लोग मारे गए हैं.