‘बापू’ के आगे अंग्रेंजों का फिर सरेंडर, पहली बॉल वाली ‘हैट्रिक’ से भारत को दिलाया फाइनल का टिकट

1947 में महात्मा गांधी ने देश को अंग्रेजों से आजाद कराया था. बापू के अहिंसा आंदोलन ने अंग्रेजों को भारत छोड़ने पर मजबूर कर दिया था और देश को स्वतंत्रता मिली थी. 77 साल बाद एक और ‘बापू’ ने अंग्रेजों के सामने हुई भारत की फजीहत का बदला लिया है. बस ये ‘बापू’ अपने काम में थोड़ा हिंसक है और तोड़-फोड़ मचाता है. ये बापू भी महात्मा गांधी की तरह गुजरात की जमीन से आकर देश को ऊंचाई पर ले जाने में जुटा है. भारतीय क्रिकेट टीम के ‘बापू’ यानी अक्षर पटेल ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के सेमीफाइनल में अपनी बेहतरीन गेंदबाजी से इंग्लैंड का वर्ल्ड चैंपियन के रूप में राज खत्म किया और टीम इंडिया को फाइनल में पहुंचा दिया.
मुश्किल लक्ष्य था, अक्षर ने असंभव बना दिया
टीम इंडिया में ‘बापू’ के नाम से मशहूर ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने गयाना में खेले गए सेमीफाइनल में अपनी स्पिन से इंग्लैंड की बैटिंग को तबाह करते हुए टीम इंडिया को 68 रनों से शानदार-यादगार जीत दिलाई. करीब 3 साल पहले टेस्ट सीरीज भी अक्षर पटेल ने इंग्लैंड को ऐसे ही दहलाया था लेकिन अब बारी टी20 क्रिकेट की थी और वो भी सबसे अहम मुकाबला था. ये वो इम्तिहान था, जिसमें 2 साल पहले टीम इंडिया नाकाम रही थी. तब इंग्लैंड ने उसे 10 विकेट से धोया था. इस बार बदला टीम इंडिया ने लिया, वो भी बेहद खास अंदाज में, जिसके नायक साबित हुए अक्षर पटेल.
अक्षर पटेल ने पहले तो बिल्कुल आखिरी में आकर सिर्फ 6 गेंदों में 10 रन बनाए थे लेकिन उनका असली काम बॉलिंग में था और इसमें उन्होंने ज्यादा वक्त भी नहीं लगाया. टीम इंडिया का 171 रन का स्कोर इंग्लैंड के लिए मुश्किल साबित होगा, ये तो माना जा ही रहा था लेकिन अक्षर पटेल ने उसे शुरुआती झटकों से ही असंभव बना दिया. अक्षर की एंट्री चौथे ओवर में हुई और पहली ही गेंद पर कप्तान जॉस बटलर का विकेट हासिल कर लिया. यहीं से शुरू हुआ अक्षर की हैट्रिक का सिलसिला.अब आप सोचेंगे कि मैच में तो कोई हैट्रिक लगी नहीं तो अक्षर ने ऐसा कैसे कर दिया?

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पहली बॉल वाली ‘हैट्रिक’ से किया खेल खत्म
इसका जवाब भी आपको देते हैं. ये कोई रेगुलर हैट्रिक नहीं बल्कि एक अलग तरह की हैट्रिक है, जो किसी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं होगी लेकिन इसने टीम इंडिया के लिए काम किया. असल में अक्षर ने चौथे से 8वें ओवर के बीच लगातार 3 ओवर की गेंदबाजी की. इन तीनों ही ओवर में अक्षर ने पहली ही गेंद पर विकेट लिए. बटलर के बाद अगले ओवर में उन्होंने जॉनी बेयरस्टो को बोल्ड किया और फिर 8वें ओवर की पहली गेंद पर मोईन अली को पवेलियन लौटा दिया. इन 3 विकेटों ने इंग्लैंड की वापसी की उम्मीदों को ध्वस्त कर दिया था. अक्षर ने अपने 4 ओवरों में सिर्फ 23 रन दिए और 3 विकेट झटके. इस प्रदर्शन के लिए उन्हें ही प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया.

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