बाबर आजम तो पाकिस्तान पर बोझ ही बन गए, लगातार 18वीं बार टीम को मुसीबत में छोड़ा
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के स्टार बल्लेबाज बाबर आजम का खराब दौर जारी है. एक तरफ तो उन्हें 10 साल के अंदर दूसरी बार कप्तानी छोड़नी पड़ी, दूसरी ओर जिस कारण उन्होंने कप्तानी छोड़ी, उसमें भी वो नाकाम हो रहे हैं. पाकिस्तानी बल्लेबाजी की जान माने जाने वाले बाबर आजम अब टीम पर ही बोझ बनते दिख रहे हैं. मुल्तान में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में फेल होने वाले बाबर आजम दूसरी पारी में भी नाकाम रहे और एक बार फिर टीम को मुसीबत में छोड़कर चले गए. वो भी तब, जबकि कुछ ही घंटे पहले बाबर आजम ने फील्डिंग में एक ऐसी गलती की थी, जिसका खामियाजा पाकिस्तानी टीम को इंग्लैंड के बड़े स्कोर के रूप में भुगतना पड़ा.
टीम को फिर मुसीबत में छोड़ा
मैच के चौथे दिन गुरुवार 10 अक्टूबर को इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 823 रन पर घोषित की और इस तरह 267 रन की बढ़त हासिल की. दूसरी पारी में तो पाकिस्तानी बल्लेबाजी बुरी तरह धराशायी हो गई. सिर्फ 29 रन तक पहली पारी में शतक लगाने वाले अब्दुल्लाह शफीक और कप्तान शान मसूद पवेलियन लौट गए थे. ऐसे वक्त में बाबर आजम क्रीज पर आए और उनके पास मौका था कि वो एक बड़ी पारी खेलकर टीम को इस मुसीबत से बाहर निकालें. मुल्तान की सपाट पिच पर ये ज्यादा मुश्किल भी नहीं होना चाहिए था लेकिन बाबर की फॉर्म इतनी खराब चल रही है कि वो यहां भी नाकाम रहे और सिर्फ 5 रन बनाकर विकेटकीपर को कैच दे बैठे. पहली पारी में भी वो सिर्फ 30 रन बना सके थे और इस तरह लगातार 18वीं टेस्ट पारी में बाबर आजम अर्धशतक तक भी नहीं पहुंच पाए और टीम को मुसीबत में छोड़कर चले गए.
छोड़ दिया था आसान कैच
इससे पहले इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने एक बार फिर पाकिस्तानी गेंदबाजों की जमकर धुनाई की. जो रूट और हैरी ब्रूक ने जमकर रन बरसाए और टीम को 823 रन के हैरतअंगेज स्कोर तक पहुंचाया. इसकी एक वजह बाबर आजम भी रहे, जिन्होंने दिन के पहले सेशन में ही जो रूट का आसान सा कैच छोड़ दिया. उस वक्त रूट 186 रन पर खेल रहे थे. अब बड़ी मुश्किल से तो विकेट का मौका आया था लेकिन बाबर ने वहां भी टीम को जख्म दे दिया. इसका नतीजा ये हुआ कि रूट ने शानदार दोहरा शतक जमाया और 262 रन बनाकर आउट हुए. दूसरी ओर हैरी ब्रूक ने तो करियर में पहली बार दोहरा शतक जड़ा और फिर उसे तिहरे शतक में भी तब्दील कर दिया.
पाकिस्तान ने मैच में पहले बल्लेबाजी की थी और पहली पारी में 556 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था. इसमें शान मसूद और अब्दुल्लाह शफीक ने शतक जमाए थे. अब लगता है कि इतना बड़ा स्कोर खड़ा करने के बाद भी पाकिस्तानी टीम ये टेस्ट मैच हार सकती है. पाकिस्तान ने पिछले साढ़े तीन साल से अपने घर पर एक भी टेस्ट मैच नहीं जीता है. तब से पाकिस्तान ने घर में 10 टेस्ट मैच खेले हैं लेकिन एक भी नहीं जीत सकी है. इसमें से उसे 6 में हार मिली है और 4 ड्रॉ रहे हैं.