बारिश और बाढ़ वाले इलाकों में रहता है आंखों की इस बीमारी का खतरा, ऐसे करें बचाव

देश के कई इलाकों में इस समय बाढ़ आई हुई है. यूपी से लेकर नॉर्थ ईस्ट के कई जिलों में बाढ़ का पानी भर गया है. डॉक्टर बताते हैं कि बाढ़ के पानी से कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इस दौरान आंखों की एक बीमारी के केस काफी सामने आते हैं. इसको कंजंक्टिवाइटिस कहते हैं. ये ऐसा संक्रमण है जो तेजी से बढ़ता है और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है. आइए इसके बारे में एक्सपर्ट्स से जानते हैं.
दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल में नेत्र रोग विभाग में सीनियर कंसल्टेंट और विजन आई सेंटर्स के चेयरमैन प्रोफेसर डॉ. एके ग्रोवर बताते हैं कि एडेनोवायरस के कारण कंजंक्टिवाइटिस का खतरा बढ़ जाता है. जिन इलाकों में पानी जमा हो जाता है वहां इस बीमारी के केस सामने आने का खतरा रहता है. कंजंक्टिवाइटिस को पिंक आई भी कहा जाता है.
आंख में कंजंक्टिवा नाम की एक पारदर्शी झिल्ली होती है. इस झिल्ली में संक्रमण के कारण कंजंक्टिवाइटिस की समस्या हो जाती है. हर साल इस बीमारी के केस सामने आते हैं. यह कोई खतरनाक बीमारी नहीं है, लेकिन समय पर इसका इलाज होना जरूरी है.
बाढ़ में क्यों बढ़ जाती है ये बीमारी
डॉ ग्रोवर बताते हैं कि बाढ़ के गंदे पानी में कई तरह के बैक्टीरिया पनपते हैं. ये बैक्टीरिया आंखों की बीमारियों का कारण बनते हैं. जब कोई व्यक्ति संक्रमित हाथों से आंखों को छूता है तो ये बैक्टीरिया आंखों में जाते हैं और बीमारी का कारण बनते हैं. कई मामलों में कंजंक्टिवाइटिस खतरनाक भी हो सकता है. ऐसे में इससे बचाव करना जरूरी है.
क्या होते हैं लक्षण
आंखों में खुजली होना
आंखों से पानी आना
आंखों का लाल होना
आंखों का लाल होना
आंखों में किरकिरापन महसूस होना
आंखों में सूजन
बचाव कैसे करें
डॉ एके ग्रोवर बताते हैं कि अगर आपको कंजंक्टिवाइटिस का कोई भी लक्षण दिखता है तो इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. ऐसी स्थिति में आपको आंखों के डॉक्टर के पास जाना चाहिए. आंखों में हो रही थोड़ी परेशानी भी गंभीर रूप ले सकती है. ऐसे में इस समस्या को हल्के में नहीं लेना चाहिए.
आपको इन बातों का ध्यान जरूर रखना है
आंखों को बार-बार छूने से बचें
आंखों में डॉक्टर की सलाह पर आई ड्राप डालें
आंखों की सफाई के लिए साफ तौलिया का यूज करें
आंखों में खुजली होने पर आंखों को मले नहीं

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