बारिश के मौसम में क्यों जमकर अंडरवियर खरीद रहे लोग? तेजी से बढ़ रही जॉकी से रूपा तक की सेल

पुरुषों के अंडरवियर की खरीद तेजी से बढ़ रही है. उनके अंडरवियर सेल्स में जबरदस्त इजाफा देखने को मिल रहा है. जॉकी से लेकर रूपा तक सभी इनरवियर कंपनियां यही कह रही हैं. एक साल पहले इन्ही कंपनियों ने दावा किया था कि उनकी सेल्स में करोनाकाल के बाद से गिरावट आ रही है. लेकिन अब देश की प्रमुख अंडरवियर कंपनियां जैसे पेज इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल, अरविंद फैशन्स और रूपा एंड कंपनी ने हाल ही में अपनी कमाई रिपोर्ट में इस बात को कहा है कि अंडरवियर की सेल में तेजी आ रही है, खासकर पुरुषों के अंडरवियर की.
अब आप सोच रहे होंगे कि अगल ये सेल बढ़ी है तो इसमें खबर जैसी क्या बात है? बात बिलकुल है बल्कि ख़ुशी कि बात है. दरअसल, अंडरवियर की बढ़ती सेल एक गुड न्यूज़ है. जब लोगों के पास पर्याप्त पैसा होता है या यूं कहें इकोनॉमी मजबूत होती है तो लोग ऐसी चीजों पर पैसा खर्च करते हैं. आइए समझाते हैं कैसे…
खुशखबरी मिलते हैं पैसा खर्च करते हैं लोग
दरअसल, चारों तरफ से संकेत मिल रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था अच्छी चल रही है और यह इसी तरह चलती भी रहेगी. महंगाई दर में कमी और मानसून की अच्छी बारिश तो पहले ही भारत की अच्छी आर्थिक वृद्धि पर मुहर लगा चुके हैं.अब अंडरवियर की सेल के रोचक इंडिकेटर ने भी यही इशारा किया है. अंडरवियर की सेल में इजाफा अच्छी इकॉनमी की तरफ संकेत है. थोड़ा अजीब लग सकता मगर यह पूरी तरह सच है.
इसे मेन्स अंडरवियर इंडेक्स नाम दिया गया है. जब अर्थव्यवस्था मंदी की ओर जाती है तो लोग अपनी जरूरतों पर कटौती करते हैं, और ये कटौती सबसे पहले अंडरवियर जैसी चीजों पर होती है. लेकिन जब अर्थव्यवस्था पटरी पर आने लगती है तो लोग इन चीजों की खरीददारी फिर से शुरू करते हैं.
रिपोर्ट में हुआ खुलासा
टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में पेज इंडस्ट्रीज के मुताबिक, ग्राहकों की संख्या बढ़ी है और उन्होंने अपने स्टॉक की बेहतर व्यवस्था की है, जिससे बिक्री में बढ़ोतरी हुई है. लोग कपड़ों और एक्सेसरीज पर खर्च बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा, ई-कॉमर्स और डिजिटल प्लेटफॉर्म के बढ़ने से भी अंडरवियर कंपनियों को फायदा पहुंच रहा है.
पिछली कुछ तिमाहियों में कोविड महामारी की वजह से कपड़ों की बिक्री में मंदी आई थी और कंपनियों के पास ज्यादा स्टॉक पड़ा था. लेकिन अब स्थिति बदल रही है. हालांकि, अभी भी पूरी तरह से पहले जैसी स्थिति नहीं आई है. फिर भी अरविंद फैशन्स, रूपा एंड कंपनी और लक्स इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों ने अपनी बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी दर्ज की है.
कंपनियों का बढ़ा मुनाफा
अरविंद फैशन की इनरवियर केटेगरी में टोटल सेल डबल डिजिट में बढ़ रही है. वहीं, रूपा ने कहा कि अप्रैल-जून की अवधि में राजस्व में 8% की वृद्धि हुई, जबकि वॉल्यूम वृद्धि 9% थी लक्स इंडस्ट्रीज ने भी पिछली तिमाही में वॉल्यूम और राजस्व में 9% की बढ़ोतरी दर्ज की.
वीआईपी क्लोदिंग, जो वीआईपी और फ्रेंची जैसे ब्रांड बेचता है उसका कहना है कि “बाज़ार में सुधार और विकास के संकेत हैं.” कंपनी ने अपने प्रबंधन मार्गदर्शन में कहा कि “उत्पाद उठाव की अच्छी दृश्यता के कारण” सितंबर तिमाही में राजस्व 15-20% बढ़ने की उम्मीद है.
आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल के प्रबंधन ने कहा कि पिछली तिमाही में इनर वियर व्यवसाय में वृद्धि दर्ज की गई थी, लेकिन एथलेजर सेगमेंट में कोविड अवधि के उच्च आधार के कारण सिकुड़न जारी है, जब मांग में अचानक वृद्धि के कारण कई नए ब्रांडों ने इस सेगमेंट में प्रवेश किया था.
RBI ने दी खुशखबरी
इसके अलावा जुलाई में महंगाई दर घटकर 3.54% हो गई और मानसून भी अच्छा रहा है, जिससे अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिली है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्त वर्ष 2025 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.2% रहने का अनुमान लगाया है.

Similar Posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *