बूट स्पेस के मामले में सबसे बेस्ट हैं ये ई-स्कूटर, यहां जानिए सभी की डिटेल
बजाज सुपर और बजाज चेतक के बाद अगर किसी स्कूटर ने नाम कमाया है तो वो होंडा एक्टिवा है. 4 स्ट्रोक सेगमेंट में इस स्कूटर ने अपनी अच्छी खासी धाक जमाई है. होंडा एक्टिवा स्कूटर में कंपनी ने 18 लीटर का बूट स्पेस दिया है.
अब लोगों का रुझान इलेक्ट्रिक स्कूटर की तरफ ज्यादा हुआ है. इन स्कूटर में फ्यूल टैंक की जगह बैटरी होती हैं, साथ ही सामान रखने के लिए ठीक-ठाक बूट स्पेस भी दिया जाता है. इसीलिए हम आपके लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर में मिलने वाले बूट स्पेस के बारे में आपके लिए जानकारी लेकर आए हैं.
सिंपल वन
ई-स्कूटर सेगमेंट में ठीक- ठाक बूट स्पेस के लिए जाना जाता है. 30 लीटर बूट स्पेस है. 4.8 किलोवाट के बैटरी पैक से लैस इस स्कूटर को सिंगल चार्ज पर 202 किलोमीटर तक चलाया जा सकता है. इसकी टॉप स्पीड 105 किमी प्रति घंटा है.
रिवर इंडी
रिवर इंडी में 43 लीटर का भव्य बूट मिल रहा है. किसी भी भारतीय स्कूटर में आज तक इतनी जगह बूट में ऑफर नहीं हुई है. कंपनी ने बतौर एसेसरी पैनियर और टॉप बॉक्स का विकल्प भी दिया है, जिससे मौजूदा जगह बढ़ाया जा सकता है.
टीवीएस आईक्यूब
टीवीएस के आईक्यूब को सबसे पहले दो वैरिएंट के साथ लॉन्च किया गया था, तब इसमें बूट स्पेस महज 17 लीटर की ही थी. टीवीएस ने आईक्यूब के सभी वैरिएंट में अब 32 लीटर की बूट स्पेस का इंतजाम कर दिया. सिर्फ बेस आईक्यूब 2.2 में थोड़ी कम यानी 30 लीटर की बूट स्पेस दी जा रही है.
जेन 2 ओला एसा
भले ही ओला इलेक्ट्रिक स्कूटर का लाइनअप अब जनरेशन 2 प्लेटफॉर्म पर है लेकिन इसमें बूट स्पेस को ज्यादा जगह नहीं मिल पाई है. यहां 34 लीटर बूट स्पेस दी जा रही है जबकि जेनरेशन वन में 36 लीटर बूट स्पेस दी जा रही थी. वैसे बता दें कि ओला स्कूटर्स ने ही सबसे पहले इतनी ज्यादा जगह बूट स्पेस में ऑफर की थी.
एथर रिज्टा
आपको लग सकता है कि एथर रिटा और जेन 2 ओला मॉडल्स में लगभग एक-सी बूट स्पेस है. एक बड़ा फर्क आपको तब महसूस होगा जब आप फुल फेस हेलमेट ओला की दुबली-सी बूट स्पेस में रखने की कोशिश करेंगे. आप रख तो देंगे लेकिन सीट बंद नहीं होगी. यही काम रिज्टा में आसानी के साथ हो सकता है.