बैकफुट पर चीन! डोभाल की चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात, LAC को लेकर बड़े फैसले
पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) के पास विवादित इलाकों में भारत और चीन के जवानों के बीच तनाव जारी है. हालांकि, दोनों पक्ष बातचीत के माध्यम से हालात को सामान्य करने की कोशिशें कर रहे हैं. इसी बीच भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख के टकराव वाले शेष स्थानों से सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिए तत्परता से काम करने और अपने प्रयासों को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने सेंट पीटर्सबर्ग में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ बातचीत की. बातचीत के दौरान सीमा पर लंबे समय से जारी गतिरोध के शीघ्र समाधान पर ध्यान केंद्रित किया गया. विदेश मंत्रालय के अनुसार, डोभाल ने वांग को बताया कि सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और LAC का सम्मान द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए आवश्यक है.
डोभाल और वांग के बीच बैठक रूसी शहर सेंट पीटर्सबर्ग में ब्रिक्स देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के सम्मेलन के दौरान हुई. बता दें ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन, और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.
टकराव वाले हिस्सोंं पर बात के लिए जताई सहमति
विदेश मंत्रालय ने कहा कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर शेष मुद्दों के शीघ्र समाधान के हाल के प्रयासों की समीक्षा की. बयान में कहा गया, “दोनों पक्षों ने तत्परता से काम करने और टकराव वाले शेष स्थानों से सैनिकों को पूरी तरह से पीछे हटाने के लिए अपने प्रयासों को बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की.”
प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर होगी बात
मंत्रालय का कहना है कि “दोनों पक्षों को अतीत में किए गए द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन करना चाहिए.” दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि भारत और चीन के बीच द्विपक्षीय संबंध न केवल दोनों देशों के लिए बल्कि क्षेत्र और विश्व के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. उन्होंने वैश्विक और क्षेत्रीय स्थिति पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया.