ब्रिटेन के आम चुनाव में लेबर पार्टी की एतिहासिक जीत, लेकिन वोट शेयर में क्यों इजाफा नहीं?

यूके में लेबर पार्टी की एतिहासिक जीत हुई है. जिसके बाद पूरे 14 साल बाद लेबर पार्टी ने सत्ता में वापसी कर ली है. अब लेबर पार्टी के नेता कीर स्टार्मर प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी संभालेंगे. यूके में मुकाबला मुख्य तौर पर इस बार कंजर्वेटिव पार्टी के नेता, पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और लेबर पार्टी के अध्यक्ष कीर स्टार्मर के बीच था. हालांकि कुल 650 सीटों में से लेबर पार्टी ने 412 सीटों के साथ बंपर जीत हासिल की. वहीं दूसरी तरफ कंजर्वेटिव पार्टी 121 सीटें ही हासिल कर सकी.
जहां एक तरफ इस बात का चर्चा है कि कीर स्टार्मर की पार्टी ने 412 सीटें हासिल कर ऐतिहासिक जीत हासिल की वहीं दूसरी तरफ इस बात पर भी गौर करना जरूरी है कि इस चुनाव में लेबर पार्टी के वोट शेयर में कुछ खासा इजाफा नहीं हुआ है. बल्कि लेबर पार्टी यूके में अब तक चुनाव में सबसे कम वोटों के साथ इतनी बड़ी बहुमत हासिल करने वाली पार्टी बन गई है. लेबर पार्टी ने लगभग 9 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए. जबकि 2019 में पार्टी ने लगभग 10 लाख से ज्यादा वोट हासिल किए थे.
वोट शेयर में नहीं हुआ इजाफा
लेबर पार्टी ने कंजर्वेटिव पार्टी से 291 सीटें ज्यादा हासिल की, जोकि 1924 के बाद से सबसे ज्यादा सीटों का फासला है. इससे पहले कंजर्वेटिव पार्टी और लेबर पार्टी के बीच 209 सीटों का फासला था. अगर गौर किया जाए तो लेबर पार्टी ने 412 सीटें तो हासिल की लेकिन वोट शेयर में इजाफा नहीं हुआ. 2019 में लेबर पार्टी का वोट शेयर 32.2 प्रतिशत था जो 2024 में 33.8 प्रतिशत पहुंचा, जिसमें महज 1.6 प्रतिशत का इजाफा हुआ. जबकि 2019 में कनजर्वेटिव पार्टी ने 43.6 प्रतिशत से 24 प्रतिशत पर पहुंचा है. जिसके मुताबिक सुनक की पार्टी का वोट शेयर लगभग 20 प्रतिशत गिरा है.
कीर स्टार्मर का कितना वोट शेयर
2024 के चुनाव में यूके में पिछले 20 वर्षों में सबसे कम मतदान हुआ, 60 प्रतिशत से भी कम मतदान दर्ज किया गया. स्टार्मर ने निर्वाचन क्षेत्र होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से चुनाव लड़ा था. हालांकि उनके वोट शेयर की बात करें तो साल 2024 के चुनाव में स्टार्मर का वोट शेयर 48.9 प्रतिशत रहा जिसमें पिछले चुनाव के मुकाबले 17.3 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई.
सभी पार्टियों का वोट शेयर
जहां इस बात पर पहले ही रोशनी डाल दी गई है कि चुनाव में मतदान बहुत कम रहा. इस बार महज 60 प्रतिशत ही वोटिंग दर्ज की गई इसी के चलते सभी पार्टियों के वोट शेयर में गिरावट आई और जिनमें इजाफा हुआ उन में कुछ खासा इजाफा नहीं हुआ. लेबर और कंजर्वेटिव पार्टी के अलावा और भी पार्टी चुनाव मैदान में उतरी थी. जिनमें लिबरल डेमोक्रेट्स पार्टी ने 71 सीटें हासिल की और उसका वोट शेयर 12 प्रतिशत रहा. रिफोर्म यूके पार्टी ने महज 4 सीटें हासिल की और उसका वोट शेयर 14 प्रतिशत रहा. ग्रीन पार्टी ने 4 सीटें हासिल की और उसका वोट शेयर 7 प्रतिशत रहा. स्कॉटिश नेशनल पार्टी ने 9 सीटें हासिल की और उसका वोट शेयर 2 प्रतिशत रहा. सिन फीन पार्टी ने 7 सीटें जीती लेकिन वोट शेयर 0.7 प्रतिशत पर सिमट गया.

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