भारत की ताकत का मुरीद हुआ वो खाड़ी देश जिस पर नाटो भी आंख मूंदकर करता है भरोसा
भारत में पहली बार हुई वर्ल्ड हेरिटेज की बैठक के बाद जॉर्डन के पर्यटन मंत्री ने भारत के दुनिया और क्षेत्रीय प्रभाव की प्रशंसा की है. जॉर्डन के पर्यटन मंत्री मकरम मुस्ताफा क्वेसी ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जो दुनिया में अपना बड़ा प्रभाव रखता है. जॉर्डन मिडिल ईस्ट का वो पहला देश है जहां नाटो ने अपना ऑफिस खोला है.
एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए जॉर्डन के पर्यटन मंत्री मुस्तफा ने कहा, ” वर्ल्ड हेरिटेज की बैठक में हिस्सा लेने मैं भारत आया था, वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक भारत में पहली बार हो रही है और ये भारत और यूनेस्को दोनों के लिए महत्वपूर्ण.”
वर्ल्ड हेरिटेज कमेटी की बैठक सालाना होती है और इसमें हेरिटेज संबंधित सभी मामलों के पर चर्चा होती है और विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किए जाने वाले स्थानों पर फैसला लिया जाता है. इस साल बैठक की शुरुआत रविवार को राजधानी नई दिल्ली के भारत मंडपम में हुई और ये आयोजन 31 जुलाई तक चलेगा.
“UNESCO के लिए महत्वपूर्ण भारत में बैठक”
जब मकरम मुस्तफा से ये पूछा गया कि वे भारत क्यों आए हैं, तो उन्होंने कहा कि भारत आने की अहम वजह वर्ल्ड हेरिटेज की बैठक है. ये भारत के लिए ही नहीं बल्कि भारत में मीटिंग का होना UNESCO के लिए भी महत्वपूर्ण है. क्योंकि भारत संस्कृति और इतिहास के लिहाज से महान राष्ट्र और यहां के लोग भी महान है. उन्होंने ये भी कहा कि भारत इतिहास के लिहाज से ही नहीं बल्कि आधुनिक युग में भी महान है. भारत दुनिया में तेजी से उभरती हुई अर्थव्यवस्था है.
पश्चिमी देशों जैसी नहीं भारत की सोच
मध्य पूर्व में जंग के बीच जॉर्डन आने वाले पर्यटकों में कमी आई है. इसपर मकरम मुस्तफा ने कहा कि पश्चिमी देशों के लोग पूरे मध्य पूर्व को एक समझते हैं जबकि ऐसा है नहीं. उन्होंने कहा कि जॉर्डन आने वाले पर्यटकों का सिर्फ 16 फीसद ही पश्चिमी देशों से आता है, जिसमें जंग के दौरान करीब 80 फीसदी कम हो गया है.
मुस्तफा कहते हैं कि भारत के लोग पूरी मध्य पूर्व को एक जैसा नहीं समझते हैं, ये पहली जंग नहीं इससे पहले भी जंग हो चुकी है और जॉर्डन सुरक्षित और मजबूत है. हम उम्मीद करते हैं कि ये आखिरी जंग हो. इसके अलावा उन्होंने भारत और जॉर्डन के बीच बेहतर कनेक्टिविटी और पर्यटन को बढ़ावा देने पर जोर दिया.