भारत की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी का ऐलान, दुनिया क्यों हुई हैरान?

जब से देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2047 तक देश के विकसित होने की बात कही है. तब से देश की सरकारी कंपनियां भी इसी रास्ते पर चल पड़ी हैं. देश के तमाम मंत्रालय अपना विजन साल 2047 तक का ही लेकर चल रहे हैं. खास बात तो ये है कि देश की सबसे बड़ी पेट्रोनियम कंपनी आईओसीएल ने जो ऐलान किया है, वो देश ही नहीं बल्कि दुनिया की बड़ी-बड़ी कंपनियों को हैरान करने वाला है. अभी तक देश की किसी भी सरकारी या प्राइवेट कंपनी ने इस तरह का ऐलान नहीं किया है. वास्तव में देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) 2047 तक रेवेन्यू के लिहाज से 1,000 अरब अमेरिकी डॉलर यानी 1 ट्रिलियन डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य लेकर चल रही है.
पिछले साल रिकॉर्ड प्रॉफिट
आईओसी के चेयरमैन श्रीकांत माधव वैद्य ने कहा है कि कंपनी अपने ऑयल रिफाइनिंग और फ्यूल मार्केटिंग बिजनेस के साथ क्लीन एनर्जी मसलन ग्रीन हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग के जरिए यह लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. बीते वित्त वर्ष 2023-24 में आईओसी ने 8.66 लाख करोड़ रुपए (104.6 अरब डॉलर) के रेवेन्यू पर 39,619 करोड़ रुपए (4.7 अरब अमेरिकी डॉलर) का रिकॉर्ड नेट प्रॉफिट हासिल किया था.
वैद्य ने कंपनी की ताजा वार्षिक रिपोर्ट में कहा कि कंपनी एक संतुलित पोर्टफोलियो के लिए जीवाश्म ईंधन और नवीन ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश करना जारी रखेगी. कंपनी का इरादा 2046 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन लक्ष्य हासिल करने का है. कंपनी अपनी तेल शोधन क्षमता का विस्तार करेगी और पेट्रोरसायन इकाइयों में निवेश करेगी जो कच्चे तेल को सीधे मूल्यवर्धित रसायनों में बदलने का काम करेंगी. इसके अलावा कंपनी गैस, जैव ईंधन और स्वच्छ परिवहन पर भी विशेष ध्यान देगी.
1 ट्रिलियन डॉलर का रेवेन्यू टारगेट
वैद्य ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के आगे बढ़ने के साथ ऊर्जा जरूरतें भी बढ़ रही हैं. भारत की ऊर्जा के रूप में हम गति बढ़ा रहे हैं और अपनी क्षमता का विस्तार कर रहे हैं. हम देश की प्रमुख ऊर्जा कंपनी बनना चाहते हैं और हमारा लक्ष्य 2050 तक भारत की कुल ऊर्जा जरूरत का 12.5 प्रतिशत को पूरा करने का है.
उन्होंने कहा कि आईओसी 2047 तक एक हजार अरब डॉलर की कंपनी बनने की महत्वाकांक्षी यात्रा पर है. उन्होंने कहा कि 1,000 अरब डॉलर की कंपनी बनने का लक्ष्य भारत के 2047 तक 30,000 अरब डॉलर की इकोनॉमी के दृष्टिकोण के अनुरूप है. वैद्य ने कहा कि निर्बाध ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए आईओसी पुरानी परियोजनाओं के विस्तार और नई परियोजनाओं में उल्लेखनीय निवेश करेगी.
पैट्रोकैमिकल पर बनाया प्लान
उन्होंने कहा कि पेट्रोकैमिकल इंटीग्रेशन भी एक प्रमुख क्षेत्र है जो हमारी प्राइस रेंज को काफी समृद्ध करेगा. कंपनी का हरियाणा के पानीपत और ओडिशा के पारादीप में पेट्रोकैमिकल विस्तार का पहला चरण पूरा हो गया है. इसके अलावा गुजरात रिफाइनरी में भी विस्तार चल रहा है जो 2024-25 में शुरू हो जाएगा. कंपनी बरौनी रिफाइनरी में एक पॉलिप्रोपीलीन इकाई भी लगा रही है.
वैद्य ने कहा कि हम अपनी क्षमता बढ़ा रहे हैं. इसमें 1.3 टन करोड़ टन की वृद्धि का लक्ष्य है. इसके अलावा हम 2030 तक 15 फीसदी पेट्रोकैमिकल गहनता सूचकांक हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं. उन्होंने कहा कि हरित भविष्य के अपने दृष्टिकोण के तहत हम अपनी हरित पहल को मजबूत करेंगे और टेरा क्लीन लिमिटेड नाम से एक अनुषंगी कंपनी की स्थापना करने जा रहे हैं. यह नई इकाई कम कॉर्बन, नवीन, स्वच्छ और हरित ऊर्जा कारोबार के काम को आगे बढ़ाएगी.

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