भारत के दुश्मनों से मिल रहे बांग्लादेश सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस, क्या है प्लान?
जॉर्ज सोरोस के बेटे अलेक्स सोरोस ने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की है. अलेक्स ने मोहम्मद यूनुस को अपने पिता का पुराना दोस्त बताया है. और शेख हसीना सरकार को गिराने में छात्र आंदोलन की भूमिका की तारीफ भी की है.
अलेक्स सोरोस ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट कर मुलाकात की तस्वीरें साझा करते हुए यूनुस सरकार के कामकाज की सराहना की. अलेक्स के पिता जॉर्ज सोरोस अमेरिकी अरबपति कारोबारी हैं, जिन पर बार-बार भारत विरोधी एजेंडे को फंडिंग करने का आरोप लगता रहा है.
जॉर्ज सोरोस के बेटे से मिले मोहम्मद यूनुस
अलेक्स ने बुधवार को मोहम्मद यूनुस से यह मुलाकात की थी, उन्होंने मुलाकात के बाद लिखा कि, ‘मेरे पिता के पुराने दोस्त और बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस से मुलाकात कर बेहद खुशी हुई, जिन्होंने बांग्लादेश को समानता और निष्पक्षता के आधार पर शांतिपूर्ण भविष्य की ओर ले जाने के लिए कदम उठाया है.’
अलेक्स सोरोस और मोहम्मद यूनुस. (Insta/alexsoros)
अलेक्स सोरोस ने बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्तापलट में अहम भूमिका निभाने वाले छात्र आंदोलन की भी सराहना की है. 5 अगस्त को आरक्षण विरोधी आंदोलन के हिंसक होने के चलते शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर बांग्लादेश छोड़ना पड़ा था. भारत में शरण लेने के बाद शेख हसीना ने अमेरिका पर तख्तापलट का आरोप लगाया था. हाल ही में आई एक रिपोर्ट में भी दावा किया गया है कि कुछ अमेरिकी संगठनों ने बांग्लादेश के सियासी उलटफेर में बड़ी भूमिका निभाई है.
तख्तापलट को लेकर बड़ा कबूलनामा!
हाल ही में मोहम्मद यूनुस जब अमेरिका दौरे पर थे तब उन्होंने एक इवेंट के दौरान अपने विशेष सहायक महफूज आलम को इस पूरे सियासी उलटफेर का ‘सूत्रधार’ बताया था. दरअसल अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने क्लिंटन ग्लोबल इनिशिएटिव इवेंट में हिस्सा लिया और कहा कि बांग्लादेश में हुआ आरक्षण विरोधी आंदोलन एक जनविद्रोह नहीं था बल्कि इसे सावधानीपूर्वक तरीके से डिजाइन किया गया था और यह एक अनुशासित आंदोलन था.
कौन हैं अलेक्स के पिता जॉर्ज सोरोस?
अलेक्स सोरोस के पिता जॉर्ज सोरोस एक अमेरिकी अरबपति कारोबारी हैं. उन पर भारत समेत कई देशों में सत्ता विरोधी एजेंडे की फंडिंग के आरोप लगते रहे हैं. सोरोस की गिनती दुनिया के सबसे अमीर लोगों में होती है. भारत में उन पर मोदी सरकार के खिलाफ एजेंडे को बल देने का आरोप लगता रहा है. उन्होंने कई बार प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना करते हुए राष्ट्रवाद के एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप लगाया है. सोरोस पीएम मोदी के अलावा चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप की भी आलोचना कर चुके हैं.
यह भी पढ़ें-भारत-बांग्लादेश रिश्तों के ब्रिज को यूनुस सरकार ने तोड़ा, अमेरिका से लौटते ही फैसला