भारत के साथ डटकर खड़ा हुआ नेपाल, इरादे जानते ही सोच में पड़ जाएगा चीन!
भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दो दिवसीय नेपाल दौरा किया. पिछले महीने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व में नई सरकार का गठन हुआ. नेपाल में नई सरकार के गठन के बाद भारतीय विदेश सचिव की यह पहली यात्रा है. इस दौरे में दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के बारे में चर्चा हुई. नेपाल के गृह मंत्री रमेश लेखक ने मिस्री से मुलाकात के बाद कहा कि नेपाल के क्षेत्र का प्रयोग अपने पड़ोसियों के खिलाफ किसी भी तरीके की गतिविधि के लिए नहीं किया जाएगा. इससे चीन को झटका लग सकता है. चीन भारत के पड़ोसियों को भारत के खिलाफ ही इस्तेमाल करने में पीछे नहीं हटता है.
इस मुलाकात के बाद नेपाल के गृह मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा कि गृह मंत्री ने भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ अपनी मुलाकात में दोनों देशों के हित और समस्याओं से जुड़े मामलों पर बात की. बयान में कहा गया कि सुरक्षा, बुनियादी ढांचे, ऊर्जा और जल संसाधन क्षेत्रों में भारत को नेपाल के अहम भागीदार के तौर पर स्वीकार करते हुए गृह मंत्री ने नेपाल के सुरक्षा बलों की क्षमता बढ़ाने और बुनियादी ढांचे के विकास में सहयोग करने के लिए भारत का आभार व्यक्त किया है.
इस मुलाकात में गृह मंत्री लेखक ने कहा कि नेपाली क्षेत्र में पड़ोसी देशों के खिलाफ किसी भी तरीके की गतिविधि पर विचार नहीं किया जाएगा. इसके साथ ही गृह मंत्री ने नशीली दवाओं की तस्करी और सीमा पार से होने वाले अपराधों से निपटने के लिए भारत से सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया.
विदेश सचिव ने दिया सहयोग का आश्वासन
विदेश सचिव ने कहा कि भारत सरकार नेपाल की सुरक्षा और उसे प्रशासनिक मजबूती देने के लिए हमेशा तत्पर रहेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सीमाओं की सुरक्षा के लिए और सीमा पार से होने वाले अपराधों से निपटने लिए, दोनों देशों के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत का सहयोग और समर्थन रहेगा.
मिस्री ने प्रधानमंत्री, विदेश सचिव और विदेश मंत्री से भी की मुलाकात
रविवार को मिस्री ने प्रधानमंत्री ओली की और नई सरकार के गठन के बाद दोनों देशों के विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को कैसे आगे बढ़ाया जाय इस पर भी बात की. मिस्री ने सोमवार को नेपाली की विदेश सचिव सेवा लमसल से मुलाकात की. उन्होंने हिमालयी राष्ट्र के अन्य वरिष्ठ राजनीतिक नेताओं से मुलाकात की और दोनों देशों के परस्पर विकास को आगे बढ़ाने के तरीकों पर भी बातचीत की. मिस्री ने उप प्रधानमंत्री प्रकाशमान सिंह से भी मुलाकात की. उन्होंने ने विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा देउबा से भी मुलाकात की और द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. मिस्री ने नेपाल की अपनी दो दिवसीय आधिकारिक यात्रा पूरी होने पर काठमांडू छोड़ने से पहले विदेश सचिव लमसल द्वाराआयोजित एक स्वागत समारोह में भी भाग लिया.