भारत ने जिस संगठन को माना आतंकी उसका इजराइल से कनेक्शन, गृह मंत्रालय की लिस्ट में ऐसे 40 से ज्यादा गुट

भारत ने जिस कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (HUT) को आतंकवादी संगठन घोषित किया है, उसका इजराइल से कनेक्शन है क्योंकि इसकी स्थापना 1953 में यरुशलम में हुई थी. भारत ने इस इस्लामिक संगठन को गैरकानूनी घोषित किया है और कहा है कि हिज्ब-उत-तहरीर भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था और आंतरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है.
मोदी सरकार ने आतंकवाद के लिए जीरो टॉलरेंस नीति के तहत हिज्ब-उत-तहरीर को बैन करने का फैसला लिया है. हिज्ब-उत-तहरीर के खिलाफ UAPA लगाया है. हिज्ब के खिलाफ सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को आतंकवाद के लिए प्रेरित करने और ISIS में शामिल कराने का आरोप है. गृह मंत्रालय ने हिज्ब से संबंधित सभी संगठनों के सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों पर प्रतिबंध लगाया गया.
गृह मंत्रालय ने कहा कि हिज्ब-उत-तहरीर इस संगठन का मकसद लोकतांत्रिक सरकारों को कमजोर करना और भारत समेत पूरी दुनिया में इस्लामिक राज्य को स्थापित करना है. कई देशों ने इस कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन को पहले से ही बैन करके रखा है. भारत ने अब इसके खिलाफ कार्रवाई की है. गृह मंत्रालय की लिस्ट में ऐसे 40 से ज्यादा गुट हैं, जिसको भारत ने आतंकी संगठन घोषित किया हुआ है.
इन 44 आतंकी संगठनों पर लगा है बैन
1. बब्बर खालसा इंटरनेशनल
2. खालिस्तान कमांडो फोर्स
3. खालिस्तान जिंदाबाद फोर्स
4. इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन
5. लश्कर-ए-तैयबा/पासबान-ए-अहले हदीस/द रेजिस्टेंस फ्रंट और उसके सभी
संगठन
6. जैश-ए-मोहम्मद/तहरीक-ए-फुरकान/पीपुल्स एंटी-फासिस्ट-फ्रंट (पीएएफएफ) और
उसके सभी संगठन
7. हरकत-उल-मुजाहिदीन/हरकत-उल-अंसार/हरकत-उल-जेहाद-ए-इस्लामी या अंसार-उल उम्माह
8. हिज्ब-उल-मुजाहिदीन/हिज्ब-उल-मुजाहिदीन पीर पंजाल रेजिमेंट
9. अल-उमर-मुजाहिदीन
10. जम्मू-कश्मीर इस्लामिक फ्रंट
11. यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा)
12. असम में नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (एनडीएफबी)
13. पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए)
14. यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ)
15. पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेइपाक (PREPAK)
16. कंगलेइपक कम्युनिस्ट पार्टी (KCP)
17. कांगलेई याओल कनबा लुप (KYKL)
18. मणिपुर पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट (एमपीएलएफ)
19. ऑल त्रिपुरा टाइगर फोर्स (एटीटीएफ)
20. नेशनल लिबरेशन फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (एनएलएफटी)
21. लिबरेशन टाइगर्स ऑफ़ तमिल ईलम (LTTE)
22. स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी)
23. दीनदार अंजुमन
24. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) – पीपुल्स वार, इसके सभी गठन
25. माओवादी कम्युनिस्ट सेंटर (एमसीसी), इसके सभी संगठन
26. अल बद्र
27. जमीयत-उल-मुजाहिदीन
28. अल-कायदा/भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (एक्यूआईएस)
29. दुख्तरान-ए-मिल्लत (डीईएम)
30. तमिलनाडु लिबरेशन आर्मी (TNLA)
31. तमिल नेशनल रिट्रीवल ट्रूप्स (TNRT)
32. अखिल भारत नेपाली एकता समाज (एबीएनईएस)
33. संयुक्त राष्ट्र की रोकथाम और दमन की अनुसूची में सूचीबद्ध संगठन
34. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी)
35. इंडियन मुजाहिदीन, इसके सभी अग्रणी संगठन
36. गारो नेशनल लिबरेशन आर्मी (जीएनएलए)
37. कामतापुर लिबरेशन ऑर्गनाइजेशन, इसके सभी गठन
38. इस्लामिक स्टेट/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड लेवांत/इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक और
सीरिया/दाएश
39. नेशनल सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड (खापलांग) (एनएससीएन(के)
40. खालिस्तान लिबरेशन फोर्स
41. तहरीक-उल-मुजाहिदीन (टीयूएम)
42. जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश या जमात-उल-मुजाहिदीन भारत या जमात-उल-मुजाहिदीन हिंदुस्तान
43. जम्मू और कश्मीर गजनवी फोर्स (जेकेजीएफ) और इसकी सभी अभिव्यक्तियाँ और मोर्चा
संगठन.
44. खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF)
नोट:- ये 2023 की लिस्ट है, जिसमें इन 44 संगठनों आतंकी संगठन घोषुत किया गया है
क्या है हिज्ब-उत-तहरीर?
हिज्ब-उत-तहरीर एक कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन है. इसकी स्थापना 1953 में यरुशलम में हुई थी. इसका मकसद वैश्विक इस्लामिक जिहाद और आतंकवाद फैलाना है. दुनिया भर में लोकतांत्रिक मूल्यों को खत्म करना है. भारत से पहले दुनिया के कई देशों ने इस इस्लामिक संगठन को बैन कर दिया है. इनमें जर्मनी, मिस्त्र, यूनाइटेड किंगडम, समेत कई सेंट्रल एशिया और अरब के देश शामिल हैं. 30 से अधिक देशों में यह संचालित होता है. इन देशों ने भी हिज्ब-उत-तहरीर को इसकी आतंकी गतिविधियों की वजह से बैन किया है. इसका हेडक्वार्टर लेबनान में है.
हिज्ब-उत-तहरीर के सरगना के घर NIA की रेड
दरअसल, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने हिज्ब-उत-तहरीर के सरगना फैज़ुल रहमान के घर छापेमारी की थी. जांच एजेंसी ने 11 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे. संदिग्ध फैजुल रहमान को मंगलवार को चेन्नई से गिरफ्तार किया गया था. एनआईए ने बताया है कि संदिग्ध के घर से कई डिवाइस और कागजात जब्त किए गए. फैजुल पर सोशल मीडिया के जरिए युवाओं को भड़काने का आरोप है.
सोशल मीडिया के जरिए देश विरोधी साजिश रचने का आरोप है. ब्रेन वॉश कर युवाओं को ISIS में शामिल करने का आरोप है. ‘हिज्ब उत तहरीर’ से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है. एनआईए की अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी और कई अन्य समूहों ने तमिलनाडु में इस्लामी शासन स्थापित करने के लिए अभियान चलाए थे.

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