भाषा के आधार पर बंटे राज्य, फिर भी नहीं थमा हिंदी पर विवाद…अब नए कानूनों पर सवाल

भाषा वह माध्यम है, जिससे विचारों का आदान-प्रदान होता है. मगर देश में अक्सर इसे लेकर एक अलग ही बहस छिड़ जाती है. यह विवाद कोई नया नहीं है. आजादी के बाद से अब तक समय-समय पर भाषा पर सवाल उठते रहे हैं. खास तौर से हिंदी को लेकर उत्तर और दक्षिण कई बार बंटे नजर आते हैं.

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