मणिपुर के जिरीबाम जिले में आगजनी, रिटायर्ड पुलिस अधिकारी के मकान में लगायी आग
मणिपुर के जिरीबाम जिले में बुधवार सुबह फिर से आगजनी की घटना हुई. यहां संदिग्ध आदिवासी ग्राम स्वयंसेवकों ने एक मकान में आग लगा दी. पुलिस ने इसकी पुष्टि की है. आरोपियों की तलाश लगातार जारी है.
पुलिस ने बताया कि जिले के जाकुरधोर में तीन कमरों वाले जिस मकान में आग लगाई गई वह घर एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी का था. पिछली बार हुई हिंसा के बाद परिवार ने यह मकान खाली कर दिया था.पुलिस ने बताया कि हथियारबंद लोगों ने अंधेरे का फायदा उठाते हुए तड़के करीब साढ़े तीन बजे मकान पर हमला किया और उसे जला दिया. यह मकान जिरीबाम जिला मुख्यालय से 28 किलोमीटर दूर और हमार बहुल फेरजावल जिले के पास स्थित है.
समझौता होने के बावजूद घटना
असम के कछार जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के केंद्र में एक अगस्त को बैठक की थी. इसमें सामान्य स्थिति बहाल करने और आगे की आगजनी को रोकने के लिए मेइती और हमार समुदायों के प्रतिनिधियों के बीच समझौता कराया गया था, ताकि मणिपुर में हो रही हिंसा पर लगाम लग सके. इसके बावजूद यह घटना होना एक बार फिर बड़े खेतरे की तरफ इशारा कर रही है. जिरीबाम जिला प्रशासन, असम राइफल्स और सीआरपीएफ अधिकारियों की मध्यस्थता से हुई इस बैठक में हमार, मेइती, थाडौ, पैते और मिजो समुदायों के प्रतिनिधि शामिल थे.
मणिपुर में ड्रोन से हुआ था हमला
इससे पहले दो माह की अस्थायी शांति के बाद मणिपुर में ड्रोन से अटैक किया गया था. इस हमले में दो लेागों की मौत हो गई थी और 10 लोग घायल हो गए थे. अटैक में एक 12 साल की किशोरी और दो पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं थीं. ऐसा पहली बार था जब मणिपुर में ड्रोन अटैक का प्रयोग किया गया था.
केंद्रीय बलों ने तेज कर दिया तलाशी अभियान
मणिपुर के इन ड्रोन हमले के लिए कुकी उग्रवादियों को जिम्मेदार ठहराया गया था. राज्य पुलिस और गृह विभाग के अनुसार, हमले में संदिग्ध कुकी आतंकवादियों का हाथ था, जिन्होंने ग्रेनेड लांच करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया. इस हमले के बाद केंद्रीय बलों ने उग्रवादियों को खदेड़ने के लिए अभियान तेज कर दिया था. इसके अलावा लोगों को शांत रहने की भी अपील की गई थी. सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान भी तेज किया था, ताकि अराजकतत्वों का पता लगाकर हिंसा की घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके. हालांकि एक बार फिर हुई आगजनी की इस घटना से एक बार फिर सुरक्षाबलों के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है.