मलेशिया के प्रधानमंत्री का अमेरिका-इजराइल पर हमला, पुतिन के बगल में बैठकर जमकर सुनाया

मलेशिया के प्रधानमंत्री अनवार इब्राहिम ने गाजा युद्ध को लेकर इजराइल और अमेरिका पर हमला बोला है. मलेशियाई पीएम ने गाज़ा युद्ध को लेकर इजराइल पर गलत नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया है. इसे लेकर उन्होंने अमेरिका की भी आलोचना की है. इब्राहिम ने कहा कि यह सब 7 अक्टूबर को हमास के हमले से शुरू नहीं हुआ है, बल्कि यह शुरू हुआ है 1948 में हुए नकबा (फिलिस्तीनियों के विस्थापन) और यहूदियों की नई बस्तियां बसाने से.
खास बात यह है कि मलेशिया के प्रधानमंत्री ने ये सारी बातें अमेरिका के सबसे बड़े दुश्मन माने जाने वाले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बगल में बैठकर की. दरअसल अनवार इब्राहिम रूस के व्लादिवोस्तोक में आयोजित ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने गाज़ा युद्ध को लेकर अमेरिका और इजराइल पर झूठा नैरेटिव फैलाने का आरोप लगाया.
अमेरिका-इजराइल पर बरसे मलेशियाई पीएम
ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम के एक कार्यक्रम में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बगल में बैठे मलेशियाई प्रधानमंत्री ने अमेरिका और उसके सहयोगी इजराइल पर जमकर हमला बोला. अनवार इब्राहिम ने कहा कि गाजा के बारे में इजराइल के नैरेटिव को ठीक किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इजराइल गाज़ा में मासूम लोगों पर बम बरसा रहा है और अमेरिका में नेतन्याहू के लिए तालियां बजवाई जाती हैं. मलेशियाई पीएम ने कहा कि समय आ गया है जब फिलिस्तीन और फिलिस्तीन के लोगों को इंसान समझा जाए, उनके साथ गुलामों और सेकेंड क्लास सिटिजन की तरह बर्ताव होना बंद होना चाहिए.
फिलिस्तीनियों पर अत्याचार का आरोप
मलेशिया के प्रधानमंत्री ने फिलिस्तीन के लोगों के साथ अत्याचारों का आरोप लगाते हुए कहा है कि उनकी जमीनें छीनी जा रहीं हैं, उनके घर तबाह किए जा रहे हैं, उन्हें मारा जा रहा है और एक ओपन-जेल में रहने के लिए मजबूर कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि किसी की जाति, रंग-भेद या धर्म के आधार पर इंसाफ से वंचित नहीं किया जा सकता है.
कितने मजबूत हैं अमेरिका-मलेशिया के संबंध?
अमेरिका और मलेशिया के बीच काफी मजबूत संबंध माने जाते हैं. अमेरिका, मलेशिया के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है और पारंपरिक रूप से इसे मलेशिया का सबसे पुराना और सबसे करीबी सहयोगी माना जाता है. लेकिन गाजा युद्ध को लेकर मलेशिया के प्रधानमंत्री ने अपने ही दोस्त को जमकर खरी-खोटी सुना दी है.
US डिपार्टमेंट ऑफ स्टेट के मुताबिक मलेशिया लंबे समय से अमेरिका का एक प्रमुख व्यापारिक साझेदार है. वहीं दक्षिण-पूर्वी एशिया में मलेशिया, अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. दोनों देशों के बीच 2023 में 65.55 बिलियन डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार हुआ है.

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