महाराष्ट्र में अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर सियासी बवाल, शरद पवार ने उठाए सवाल तो बचाव में उतरी सरकार
महाराष्ट्र के बदलापुर में नाबालिग बच्चियों से यौन शोषण मामले के मुख्य आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर पर सियासत तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि पुलिस पर फायरिंग के बाद आत्मरक्षा के लिए पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया. इस एनकाउंटर पर विपक्ष ने सरकार को घेरा है और आरोप लगाया है कि इसके पीछे साजिश है. मामले को दबाने के लिए शिंदे का एनकाउंटर किया गया है. घटना पर एनसी शरदचंद पवार प्रमुख शरद पवार के साथ-साथ कई विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया आई तो सरकार और सत्ताधारी दल के नेता भी बचाव में उतर गए.
एनकाउंटर पर शरद पवार ने कहा कि बदलापुर में दो बच्चों के साथ जो अन्याय हुआ, उसे उचित कानून के दायरे में अंजाम दिया जाना चाहिए था, लेकिन इस घटना के मुख्य आरोपी के तबादले में गृह विभाग द्वारा बरती गई ढिलाई सवालों के घेरे में है. ऐसा लगता है कि सरकार कानून की धमकी देने में कमजोर हो गई है ताकि भविष्य में कोई ऐसे निंदनीय कृत्य के बारे में सोच भी न सके, उम्मीद है कि इस घटना की गहन जांच से स्थिति सामने आएगी.
नेता प्रतिपक्ष विजय वट्टी वार बोले- बाकियों को बचाने की कोशिश है
वहीं, नेता प्रतिपक्ष विजय वट्टी वार ने कहा कि शुरू से बदलापुर प्रकरण में लापरवाही बरती गई पहले आरोपी को बचाने कि कोशिश की गई फिर स्कूल से जुड़े लोगों को. अब आरोपी को ही खत्म कर इस मामले में से जुड़े लोगों को बचाने की कोशिश है. हम जानते है इस मामले में सही जांच नहीं हो पाएगी. इसलिए हम इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हैं. अगर सरकार नही मानी तो हम कोर्ट जाएंगे.
शरद पवार गुट के नेता जयंत पाटिल ने कहा कि बदलापुर के आरोपी ने पुलिस की बंदूक से खुद को गोली मारी है, ऐसा पुलिस बोल रही है. आरोपी से पूछताछ की होती तो वो संस्था मुसीबत में पड़ जाती है, जिसे बचाने के लिए FIR तक दर्ज नही कर रहे थे. अगर यह बोलने लगता तो पुलिस स्टेशन के अधिकारी मुसीबत में पड़ जाते है. इसके लिए एनकाउंटर कर दिया ताकि चर्चा ही न हो. ऐसी भी रणनीति इनकी हो सकती है. ये बहुत पहुंचे हुए लोग हैं.
कांग्रेस नेता नाना पटोले ने भी पूछे कई सवाल
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी ट्वीट कर एनकाउंटर की घटना पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि बदलापुर रेप मामले में स्कूल के ट्रस्टियों की गिरफ्तारी नही हुई है, वे अभी भी फरार हैं, अभी तक उनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है? क्या फरार आरोपियों को बचाने के लिए मुख्य आरोपी का एनकाउंटर कर मामला खत्म करने की कोशिश तो नहीं है? क्या मामले को दबाने के लिए इस घटना को अंजाम दिया गया है. एनकाउंटर की सच्चाई सामने आनी चाहिए, हाई कोर्ट के जज से इसकी जांच करानी चाहिए.
पूर्व सीएम बोले- यह बहुत गंभीर मामला है
एनकाउंटर पर कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि पुलिस की कहानियां एक के बाद एक बदल रही हैं, पहले कहा गया कि उसने आत्महत्या करने की कोशिश की, फिर कहा गया कि यह एक एनकाउंटर है, फिर कहा गया कि वह पुलिस पर हमला कर रहा था. एनकाउंटर किसका होता है? एनकाउंटर आतंकवादियों, अंडरवर्ल्ड के गुनहगारों का होता है. ऐसा लगता है कि शायद पुलिस किसी उच्च पद पर बैठे व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रही है. यह बहुत गंभीर मामला है.
CM बोले- आत्मरक्षा में यह कार्रवाई हुई
विपक्ष के सवालों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे भी बचाव के मुद्दा में आ गए. उन्होंने कहा कि उसे (अक्षय शिंदे) जांच के लिए ले जाया गया क्योंकि उनकी पूर्व पत्नी ने यौन उत्पीड़न का मामला दर्ज कराया था. उसने एक पुलिस कर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई, जो घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. पुलिस मौके पर है. आत्मरक्षा में यह कार्रवाई की गई. जांच के बाद पूरी जानकारी सामने आएगी.
डिप्टी सीएम बोले- विपक्ष हर बात पर सवाल उठाता है
वहीं, राज्य के डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि आरोपी की पूर्व पत्नी ने उसके ऊपर आरोप लगाया था शिकायत दर्ज कराई थी. इसी मामले में आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पुलिस जा रही थी, लेकिन आरोपी ने पुलिस की बंदूक छीनकर फायरिंग की जिसमे पुलिस कर्मी घायल हो गया. पुलिस ने अपने आपको बचने के लिए जवाबी फायरिंग की जिसमें अक्षय शिंदे को गोली लगी और उसकी मौत हो गई.
उन्होंने कहा कि विपक्ष तो हर बात पर सवाल उठाता है. यही विपक्ष कुछ समय पहले फांसी की मांग कर रहा था अब आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की तो पुलिस अपना रक्षा करेगी की नहीं. बता दें कि महाराष्ट्र में गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी देवेंद्र फडणवीस के पास ही है.