महाराष्ट्र में कानून व्यवस्था और बेरोगारी बड़ा मुद्दा… कांग्रेस मेनिफेस्टो की बैठक के बाद बोले पृथ्वीराज चव्हाण
महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इसको लेकर सभी पार्टियों ने अपनी कमर कस ली है. शनिवार को कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो को लेकर एक बैठक की. करीब दो घंटे हुई इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर सभी नेताओं ने चर्चा की. बैठक का हिस्सा रहे पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया कि पार्टी अपने मेनिफेस्टो को लेकर किस तरह की रणनीति बना रही है. इसके साथ ही उन्होंने छत्रपति शिवा जी की प्रतिमा टूटने पर भी कई सवाल खड़े किए है.
कांग्रेस मेनिफेस्टो पर हुई बैठक पर उन्होंने कहा कि कोंग्रेस पार्टी की तरफ से मैनिफेस्टो को लेकर ड्राफ्ट बनाया जाएगा. इसके बाद उद्धव ठाकरे गुट और शरद पवार गुट के नेताओं से चर्चा की जाएगी. उसके बाद कहीं MVA का फाइनल मैनिफेस्टो तैयार होगा. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि अगली मैनिफेस्टो समिति की बैठक पुणे और फिर नागपुर में होगी.
पीएम के बयान के बाद सियासी हलचल तेज
शुक्रवार को प्रधानमंत्री ने महाराष्ट्र का दौरा किया था. इस दौरान उन्होंने जनता से माफी मांगी थी. शिवाजी की प्रतिमा गिरने पर उन्होंने कहा था कि मैं सिर झुकाकर माफी मांगता हूं. पीएम के इस इस बयान के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में सियासी हलचल बढ़ गई. विपक्ष ने भी इसपर चुटकी ले रहा है. इसको लेकर कांग्रेस प्रदर्शन कर रही है. प्रतिमा टूटने का बाद कांग्रेस नेताओं ने जूता मारो आंदोलन करने की भी बात कही है.
जूते मारो आंदोलन का ऐलान
इसको लेकर नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बताया ने कि पुलिस ने अबतक रविवार के आंदोलन के लिए परमिशन नहीं दी है, लेकिन हम आंदोलन करेंगे. हालांकि इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आंदोलन की रणनीति क्या होगी? इसपर तीनों पक्ष के प्रमुख नेता तय करेंगे. सिंधुदुर्ग में मालवण में छत्रपति शिवाजी महाराज के पुतला टूटने के खिलाफ MVA के नेता 1 सितंबर को महायुति के खिलाफ जूते मारो आंदोलन का ऐलान किया है.
माफी मांगना समाधान नहीं
कांग्रेस नेता ने कहा कि मुंबई कांग्रेस ने प्रधानमंत्री के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनसे माफी मांगने को कहा, जिस पर पीएम ने माफी मांगी. माफी मांगना अच्छी बात है लेकिन सिर्फ माफी मांगने से समस्या का समाधान नहीं होगा, जवाबदेही तय होनी चाहिए, जब तक जवाबदेही तय नहीं होती, हमारा विरोध जारी रहेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वो चाहते है कि इस पुतले में हुई घोटाले और गड़बड़ी में शामिल लोगों पर कड़ी करवाई हो. इसमें बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है, इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.
सावरकर इस चुनाव का मुद्दा नहीं
वहीं प्रधानमंत्री के वीर सावरकार वाले बयान पर भी उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा कि वीर सावरकर का मुद्दा उठाकर प्रधानमंत्री मोदी मुद्दे से भटका रहे हैं, अभी मुद्दा सावरकर का नहीं है. महाराष्ट्र में ये लड़ाई विचारधारा की है, यहां होने वाला विधानसभा चुनाव अब तारीख से आगे चला गया है, लेकिन हमारी तैयारी है की हम लोगो के समाने अपने मुद्दे लेकर जाए. और उन्हें बताए कि सरकार सिर्फ लोगो को गुमराह करने का काम कर रही है.
देवेंद्र फडणवीस पर भी हुआ हमला
कांग्रेस नेता ने देवेंद्र फडणवीस पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब से देवेंद्र फडणवीस 2014 में मुख्यमंत्री बने तब से महाराष्ट्र एकदम काफी पीछे चला गया है. राज्य में कानून व्यवस्था और बेरोज़गारी बड़ा मुद्दा है. इसपर मैनिफेस्टो में भी चर्चा हुई है. महाराष्ट्र का फाइनेंशियल स्थिति काफी बिगड़ गई है, जो बेहद चिंता की बात है.