महाराष्ट्र: यवतमाल में चक्रवात और भारी बारिश से दर्जनों घर ढहे, कई लोग घायल

एक तरफ जहां बंगाल की खाड़ी में चक्रवात रेमल का कहर जारी है, वहीं महाराष्ट्र के कुछ जिलों में तूफान ने बड़ी तबाही मचाई है. यवतमाल जिले में चक्रवात की वजह से कई मकानों के ढहने की भी खबर है. चक्रवात के कारण कई घरों की टीन की चादरें उड़ गईं. टीन की चादर उड़ने से शख्स का हाथ भी कट गया है जबकि दो लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं. हालांकि, इस चक्रवात का पश्चिम बंगाल की ओर से बढ़ रहे रेमल से संबंध है या नहीं, यह कहना मुश्किल है.
यवतमाल के अरनी और महागांव तालुका में अचानक आए चक्रवात से भारी नुकसान हुआ है. अरनी, महागांव तालुका के कई गांव चक्रवात से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. अरनी तालुका में पभाल और महागांव तालुका में तिवरंग, खली मलकापुर चक्रवात की चपेट में हैं. पभाल में 25 घर ढह गए हैं. चक्रवात से हजारों पेड़ उखड़ गए हैं. पेड़ गिरने से कई रास्ते बंद हो गए हैं. तेज हवा के साथ झमाझम बारिश भी हो रही है. इसलिए अरनी का पभाल गांव चक्रवात से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है.
जलगांव में बेमौसम बारिश से भारी नुकसान
जलगांव के जामनेर में बेमौसम बारिश के कारण केलों के पड़ों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है. जामनेर तालुका के कापुसवाडी, देउलगांव, फत्तेपुर जैसे कई गांवों में बारिश और तूफान के कारण काफी नुकसान हुआ है. कापूस वाड़ी में बेमौसम बारिश के कारण केले के तीन बड़े बगीचे नष्ट हो गए हैं. बेमौसम बारिश की वजह से किसानों को लाखों रुपए का नुकसान पहुंचा है.
अंबाजोगाई में तूफान के साथ बेमौसम बारिश
अंबाजोगाई तालुका में पूस और गिरवली शिवरा में तूफानी हवाओं के साथ बारिश हुई. तेज हवाओं के कारण गिरवली शिवार में कई स्थानों पर बिजली के खंभे टूट गए. कई जगहों पर पेड़ उखड़ने की घटना भी देखने को मिली है. कई जिलों में तूफान और भारी बारिश की वजह से कितने लोगों की मौत हुई है या फिर कितने लोग घायल हुए इसकी ठोस जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है. कई जगहों पर राहत व बचाव कार्य किया जा रहा है.
भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हुआ रेमल
पश्चिम बंगाल में चक्रवात रेमल भीषण चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. इसके रविवार आधी रात तक बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के तटों पर दस्तक देने का अनुमान है. रेमल के तट पर पहुंचने पर 110 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना हैं. हवाओं की गति बढ़ भी सकती है. चक्रवात के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों और कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान है.

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