महाराष्ट्र विधानसभा में हार के बाद क्या टूट जाएगा महाविकास अघाड़ी? शिवसेना (यूबीटी) नेता के बयान से अटकलें तेज

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में विपक्षी पार्टियों के गठबंधन महाविकास अघाड़ी को करारी हार मिली है. कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरदचंद पवार) को शिकस्त देकर फिर से महायुति की सत्ता में वापसी हो रही है. अब विधानसभा चुनाव में पराजय के बाद महाविकास अघाड़ी की सहयोगी पार्टियों के भविष्य में अकेले चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है.
चुनाव में हार के बाद चर्चा शुरू हो गई है कि क्या महाविकास अघाड़ी टूट जाएगा? शिवसेना (यूबीटी) के नेता अंबादास दानवे के बयान के काफी चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं के एक वर्ग का मानना ​​है कि पार्टी को भविष्य के चुनाव अकेले ही लड़ने चाहिए.
उनके बयान के बाद सहयोगी पार्टी कांग्रेस के एक नेता ने भी कहा कि शिवसेना (यूबीटी) की तरह ही उनके पार्टी के कार्यकर्ता भी अब अलग चुनाव लड़ना चाहते हैं.
कुछ लोग अलग चुनाव लड़ना चाहते हैंः अंबादास दानवे
महाविकास अघाड़ी (एमवीए) में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी), शरद पवार की एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस शामिल हैं. 288 विधानसभा सीटों पर हुए चुनाव में इस गठबंधन को केवल 46 सीटें मिली हैं, जबकि भाजपा, शिवसेना और एनसीपी के सत्तारूढ़ महायुति ने 230 सीटों पर जीत दर्ज करके शानदार जीत दर्ज की.
शिवसेना (यूबीटी) नेता अंबादास दानवे ने कहा कि उनकी पार्टी के कुछ लोगों का कहना है कि उनकी पार्टी को भविष्य के चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ने चाहिए.
विधान परिषद में विपक्ष के नेता दानवे ने कहा कि यह मायने नहीं रखता कि शिवसेना (यूबीटी) सत्ता में आती है या नहीं. पार्टी का उद्देश्य केवल सत्ता में ही बने रहना नहीं है. यह पार्टी विचारधारा के लिए काम करती रही है.
विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी की हुई करारी हार
राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने दानवे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि सभी को अपने विचार व्यक्त करने का अधिकार है. पार्टी नेता अमित देशमुख ने कहा कि एमवीए के सभी सहयोगी इस बात का विश्लेषण कर रहे हैं कि क्या गलत हुआ और इसलिए पहले से टिप्पणी करना उचित नहीं है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी ने बहुत ही अच्छा प्रदर्शन किया था, लेकिन विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी का दांव नहीं चला और उसकी रणनीति पूरी तरह से फेल हो गयी है. चुनाव में सत्तारूढ़ महायुति की फिर से वापसी हो रही है और महायुति के नेताओं ने दावा किया है कि चुनाव के बाद महायुति गठबंधन और भी मजबूत हुई है.
हालांकि महायुति में सीएम पद को लेकर सस्पेंस अभी तक समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद माना जा रहा है कि बीजेपी के नेता इस बार महाराष्ट्र में सीएम होंगे. शिवसेना और एनसीपी के नेता डिप्टी सीएम होंगे.

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