महिंद्रा के बाद इन कंपनियों ने भी किया सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के पति की नियुक्ति का बचाव
सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच से जुड़े विवाद अब काफी गहराते जा रहे हैं. पहले हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में माधबी पुरी बुच का नाम आना और अब कांग्रेस का उनके पति धवल बुच का अलग-अलग कंपनियों में सेवाएं देने को लेकर गंभीर आरोप लगाने का मुद्दा सुर्खियों में छाया हुआ है. पहले महिंद्रा एंड महिंद्रा ने कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए धवल बुच की नियुक्ति का बचाव किया. अब इस बारे में अन्य कंपनियों ने भी अपनी बात रखी है.
महिंद्रा ग्रुप के बाद डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज और पिडिलाइट इंडस्ट्रीज ने मंगलवार को कांग्रेस के आरोपों को खारिज कर दिया. इन कंपनियों का कहना है कि उन्होंने धवल बुच की सेवाएं सिर्फ उनकी प्रोफेशनल एक्सपर्टीज के लिए ली थीं. जबकि कांग्रेस पार्टी ने इन नियुक्तियों को लेकर सेबी चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच पर कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का आरोप लगाया है.
कांग्रेस ने किया ये दावा
मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का दावा है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के पास जिस फर्म में 99 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, उसने महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) ग्रुप को एडवाइजरी सर्विसेस दीं. उनके पति धवल बुच को इस काम के लिए महिंद्रा ग्रुप से 4.78 करोड़ रुपए की आय हुई. इसी समय माधबी पुरी बुच महिंद्रा समूह से जुड़े मामलों का निपटारा कर रहीं थीं. महिंद्रा ग्रुप ने शेयर बाजार को दी जानकारी में धवल बुच को किए गए भुगतान पर कांग्रेस के आरोपों का खंडन किया. उसने इन्हें झूठा और भ्रामक बताया है. कंपनी का कहना कि धवल बुच उनकी पत्नी माधबी पुरी बुच के सेबी चेयरपर्सन बनने से लगभग तीन साल पहले महिंद्रा समूह में शामिल हुए थे.
डॉ. रेड्डीज और पिडिलाइट का जवाब
कांग्रेस के आरोपों पर डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज ने कहा कि उसने अक्टूबर 2020 से अप्रैल 2021 तक सीमित अवधि के लिए धवल बुच की एडवाइजरी फर्म को 6.58 लाख रुपए का कुल पेमेंट किया. धवल बुच की अगोरा एडवाइजरी प्राइवेट लिमिटेड के पास सप्लाई चेन मैनेजमेंट में प्रोफेशनल एक्सपर्टीज है. कंपनी नियमित रूप से ऐसी नियुक्तियां करती है और यूनिलीवर के लिए धवल बुच के ग्लोबल एक्सपीरियंस को देखते हुए उन्हें नियुक्त किया गया था.
वहीं पिडिलाइट इंडस्ट्रीज का कहना है कि वह कई पार्टनर्स और एडवाइजर्स के साथ जुड़ती है. ये अपने-अपने क्षेत्रों के प्रसिद्ध प्रोफेशनल्स होते हैं. कंपनी अपनी नियमित आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वित्त वर्ष 2019-20 में अगोरा एडवाइजरी के धवल बुच को नियुक्त किया था. वहीं सेबी की ओर से उसके खिलाफ कभी कोई पूछताछ नहीं की गई या कोई मामला नहीं आया है.