मिथुन चक्रवर्ती संग करियर शुरू करने वाले विजय कदम का निधन, कैंसर से हार गए जंग

फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज एक्टर विजय कदम का निधन हो गया है. शनिवार 10 अगस्त की सुबह मुंबई के अंधेरी स्थित उनके घर पर ही उन्होंने अंतिम सांस ली. विजय कदम पिछले कुछ सालों से कैंसर से जूझ रहे थे. मराठी फिल्म इंडस्ट्री में उनका काफी बड़ा योगदान रहा है. हालांकि मराठी के साथ-साथ उन्होंने कई हिंदी प्रोजेक्ट्स में भी काम किया था. बतौर एक्टर उनकी पहली हिंदी फिल्म ‘तेरे मेरे सपने’ खुद अमिताभ बच्चन ने प्रोड्यूस की थी. इस फिल्म में अरशद वारसी और चंद्रचूड़ सिंह प्रमुख भूमिका में नजर आए थे.
दरअसल मराठी इंडस्ट्री में मशहूर विजय कदम के करियर की शुरुआत हिंदी फिल्मों से हुई थी. आर्ट कॉलेज से साल 1978 में डिग्री का एग्जाम देने के बाद प्रोड्यूसर कैलाश चंद्र ने विजय को मिथुन चक्रवर्ती की फिल्म ‘घमंडी’ में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर काम करने का मौका दिया था. इस फिल्म से ही उनका फिल्मी सफर शुरू हुआ. फिर कुछ साल पहले उन्होंने ‘द ताशकंद फाइल्स’ में मिथुन चक्रवर्ती के साथ स्क्रीन शेयर किया था.
कैंसर से थे परेशान
विजय कदम पिछले डेढ़ साल से कैंसर से पीड़ित थे. वो कैंसर का इलाज करवा रहे थे, लेकिन आखिरकार जिंदगी की हार हुई और कैंसर की जीत. इलाज के दौरान 10 अगस्त शनिवार की सुबह उनकी मौत हो गई. हिंदी और मराठी दोनों इंडस्ट्री से उन्हें श्रद्धांजलि दी जा रही है. सभी का कहना है कि उनके जाने से इंडस्ट्री ने एक टैलेंटेड एक्टर को खो दिया है. विजय कदम ने 67 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. उनके परिवार में उनकी पत्नी पद्मश्री और बेटा गांधार है. उनकी शादी को हाल ही में 36 साल हुए थे. विजय कदम का आज दोपहर अंधेरी, ओशिवारा की वैकुंठ भूमि पर अंतिम संस्कार किया जाएगा.

#VijayKadam renowned Marathi actor who made an impact in 80’s and 90’s passed away today at the age of 67 after battle with cancer. Having worked in films with Marathi actors such as #Ashoksaraf #LaxmikantBerde he also played a successful part in Marathi plays.#RIP pic.twitter.com/v3RkFITxxS
— KeepitReal (@Simplyhuman007) August 10, 2024

कॉमेडी से किया मनोरंजन
एक्टिंग से फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाने वाले और अपनी छोटी-छोटी भूमिकाओं से दर्शकों के दिलों में घर बनाने वाले एक्टर्स में विजय कदम का नाम आज भी याद किया जाता है. 1980 से 1990 के बीच के दशक में उन्होंने कई मराठी और हिंदी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का कमाल दिखाया. अपनी कॉमेडी टाइमिंग के लिए विजय कदम बहुत मशहूर थे. उन्होंने अपने किरदार और डायलॉग डिलीवरी से ऑडियंस को खूब हंसाया. लेकिन सीरियस किरदार भी वो आसानी से परफॉर्म करते थे. लेकिन लोग उन्हें कॉमेडी करते हुए ही देखना चाहते थे.
लोगों की करते थे मदद
कोरोना के समय विजय कदम ने कइयों की मदद की. वो अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल से ही लोगों के साथ जरूरी जानकारी शेयर करते थे. कुछ साल पहले उन्होंने एक गंभीर बीमारी से पीड़ित बच्चे की मदद करने के लिए नाटक में परफॉर्म किया था. उन्होंने कहा था कि इस नाटक से होने वाला मुनाफा उस बीमार लड़के के इलाज के लिए खर्च होगा.

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