मुकेश अंबानी की ‘ड्रीम डील’ को मिली मंजूरी, इस सेक्टर में होगी बादशाहत

वॉल्ट डिज्नी और रिलायंस इंडस्ट्रीज को अपनी भारतीय मीडिया असेट्स के 8.5 बिलियन डॉलर के विलय के लिए सीसीआई से मंजूरी मिल गई है. जिसके बाद यह भारत की सबसे बड़ी इंटरटेनमेंट कंपनी बनने के बेहद करीब पहुंच गई है.सीसीआई ने इस मर्जर को दोनों पक्षों की ओर से दिए गए प्रस्तावित संशोधनों के साथ मंजूरी दी है. हाल ही में रेगुलेटर ने इस डील को लेकर चिंता जाहिर की थी. जिसके बाद सीसीआई की ओर से दोनों पक्षों से इस बारे में जवाब देने को कहा था. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर आयोग के बाद दी गई मंजूरी के बाद किस तरह की डिटेल निकलकर सामने आई है.
एक्स पर पोस्ट कर दी जानकारी
कंप्टीशन कमीशन ऑफ इंडिया ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी देते हुए कहा कि रेगुलेटर ने रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड, वायकॉम18 मीडिया प्राइवेट लिमिटेड, डिजिटल 18 मीडिया लिमिटेड, स्टार इंडिया प्राइवेट लिमिटेड और स्टार टेलीविजन प्रोडक्शंस लिमिटेड के प्रस्तावित कॉम्बिनेशन को कुछ संशोधनों के साथ मंजूरी दे दी है.
इस मर्जर की घोषणा साल की शुरुआत में की गई थी. जैसे ही ये एग्रीमेंट लागू हो जाएगा उसके बाद ही इससे बनी कंपनी देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी बन जाएगी. वहीं दूसरी ओर सीसीआई ने दोनों पक्षों की ओर से मूल डील में किए गए स्वैच्छिक संशोधनों के बारे में जानकारी नहीं दी है.
इस डील के तहत रिलायंस और उसकी सहयोगी यूनिट्स के पास ज्वाइंट मीडिया कंपनी में 63.16 फीसदी हिस्सेदारी हो जाएगी. वहीं वॉल्ट डिज्नी के पास बाकी 36.84 फीसदी हिस्सेदारी होगी. मर्जर के बाद बनने वाली मीडिया कंपनी के पास दो स्ट्रीमिंग सर्विस के अलावा 120 टीवी चैनल्स होंगे.
सीसीआई ने जताई थी चिंता
सीसीआई ने मंजूरी देने पहले इस डील पर कई तरह के सवाल खड़े किए थे. जानकारी के अनुसार ये सवाल प्रस्तावित ज्वाइंटर वेंचर के क्रिकेट ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और ओटीटी मतें कंप्टीशन को लेकर थे. रूल्स के मुताबिक सीसीआई को मर्जर के बारे में रेगुलेटर को सूचित किए जाने के 30 कैलेंडर दिनों के भीतर आदेश पारित करना होता है. हालांकि, आयोग के पास संभावित प्रतिस्पर्धा-विरोधी मसलों का पता लगाने के लिए गहन जांच का अधिकार है. उस मामले में व्यापक सार्वजनिक परामर्श लिया जाता है.
ज्वाइंट वेंचर का टीवी पर होगा दबदबा

रिलायंस के स्वामित्व वाली Viacom18 के पास कॉमेडी सेंट्रल, निकलोडियन और एमटीवी सहित 40 टेलीविजन चैनल हैं.
डिज्नी स्टार के पास लगभग 80 चैनल हैं और यह ब्रांड हिंदी पारिवारिक नाटकों के साथ-साथ हॉलीवुड फिल्मों के लिए भी जाना जाता है.
Viacom18 के पास भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा संचालित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों के टीवी राइट्य हैं. डिज्नी के पास 2027 तक लोकप्रिय इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के टीवी राइट्स हैं.
दोनों कंपनियों के चैनल सामान्य मनोरंजन, खेल, बच्चों के टीवी, डॉक्युमेंट्रीज और लाइफस्टइल प्रोग्राम तक फैले हुए हैं. वे कई क्षेत्रीय भाषा प्रोग्रामिंग को भी कवर करते हैं.

ओटीटी में भी रहेगी बादशाहत

डिज्नी के पास 2027 तक भारत में इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल के मैचों के डिजिटल राइट्स हैं, जबकि अंबानी के जियो सिनेमा के पास डिज्नी को पछाड़ने के बाद अब 2027 तक आईपीएल के स्ट्रीमिंग राइट्स हैं.
रिलायंस के जियो सिनेमा और डिज्नी के हॉटस्टार में 200,000 से अधिक घंटों के कंटेंट की एक ज्वाइंट लाइब्रेरी होगी जिसमें टेलीविजन ड्रामा, फिल्में और खेल कार्यक्रम शामिल होंगे.
फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री और ईवाई की एक रिपोर्ट के अनुसार, डिज्नी का हॉटस्टार 2022 में एमएक्स प्लेयर के बाद भारत में दूसरा सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला वीडियो स्ट्रीमिंग ऐप था.
डिज्नी के स्ट्रीमिंग कंटेंट में ग्लोबल ब्लॉकबस्टर, मार्वल यूनिवर्स की फिल्में और साथ ही नेशनल ज्योग्राफिक डॉक्युमेंट्रीज शामिल हैं. मीडिया कंसल्टिंग फर्म ऑरमैक्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, इसने 2022 में भारत में टॉप 15 सबसे ज्यादा देखे जाने वाले मूल शो में से सात को स्ट्रीम किया.
जियो सिनेमा ने पिछले साल कंटेंट स्ट्रीम करने के लिए द पोकेमॉन कंपनी के साथ डील की थी और अपने प्लेटफॉर्म पर अधिक हॉलीवुड और इंटरनेशनल कंटेंट लाने के लिए वार्नर ब्रदर्स के साथ डील साइन की थी.

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