मुल्तान टेस्ट में क्यों हुई पाकिस्तानी टीम की बदनामी? ये 5 वजह जान लेंगे तो नहीं होगी हैरानी
मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान की शर्मनाक हार हुई है. इंग्लैंड ने पारी और 47 रन से पाकिस्तान को हराया. इस तरह पहली पारी में 500 से ज्यादा रन बनाकर पारी से हारने वाली पाकिस्तान पहली टीम बन गई है. जिस मैच में पाकिस्तान की मंशा सिर्फ ड्रॉ कराने की थी उसमें भी इंग्लैंड ने दो सेशन रहते हुए जीत हासिल कर ली. इसके साथ ही पाकिस्तान के लिए अपने घर पर जीत का इंतजार और भी लंबा हो गया. पाकिस्तान में खेला गया ये लगातार 11वां टेस्ट मैच है, जिसमें मेजबान टीम को जीत नसीब नहीं हो पाई है. पूरे साढ़े तीन साल से भी ज्यादा वक्त हो गया है. सवाल ये है कि मुल्तान टेस्ट में आखिर पाकिस्तान का ऐसा हश्र क्यों हुआ?
मुल्तान टेस्ट के नतीजे से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान की टेस्ट टीम इस वक्त कितना खराब खेल रही है. पहली पारी में पांच सौ से ज्यादा रन जोड़ने वाले बल्लेबाज़ों ने दूसरी पारी में जिस तरह घुटने टेके उससे हर तरफ उनकी आलोचना हो रही है. कुल मिलाकर ये पाकिस्तान क्रिकेट इतिहास का काला दिन है. पहले बांग्लादेश और अब इंग्लैंड ने उसे घर में धोया है. आपको बताते हैं कि वो 5 वजहें क्या हैं, जिसके चलते पाकिस्तान का बेड़ा गर्क हुआ.
पाकिस्तान की साजिश का पता चल गया
इंग्लैंड ने मैच शुरू होते ही समझ लिया कि पाकिस्तान की टीम ने क्या साजिश की है. पाकिस्तान की चाल ये थी कि फ्लैट विकेट बनवाया जाए और मैच को ड्रॉ कराने के इरादे से बल्लेबाजी की. इसके बाद इंग्लैंड ने मुल्तान में पाकिस्तान की टीम को जो मुंहतोड़ जवाब दिया उसके लिए उन्होंने बकायदा हिम्मत दिखाई. इसी हिम्मत के दम पर इंग्लिश टीम ने पाकिस्तान की साजिश को नाकाम किया. इंग्लैंड की टीम ने टेस्ट क्रिकेट में वनडे जैसी बल्लेबाजी की और 5 से ज्यादा की रन रेट से बल्लेबाजी करके 800 से ज्यादा रन जोड़ दिए. पाकिस्तान को अंदाजा ही नहीं था कि इस तरह का पलटवार होगा. लिहाजा उसे बांग्लादेश के बाद इंग्लैंड से भी घर में हार का सामना करना पड़ा. इंग्लैंड ने पिछले पाकिस्तान दौरे में भी 3-0 से जीत दर्ज की थी.
‘काउंटर अटैक’ के लिए तैयार नहीं था पाकिस्तान
मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान ने पहली पारी में 556 रन बनाए थे. पाकिस्तान को अंदाजा तक नहीं था कि इंग्लैंड की टीम उसका भ्रम तोड़ देगी. पाकिस्तान टीम को लगा था कि 556 रन बनाने के बाद मैच में हार नहीं होगी. लेकिन इंग्लैंड ने पहली पारी में 823 का स्कोर बना दिया. उसने 5.48 के रन रेट से रन बनाए. जो रूट ने दोहरा शतक लगाया. हैरी ब्रूक ने तिहरा शतक जड़ा. हैरी ब्रूक ने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का दूसरा सबसे तेज तिहरा शतक बनाया. पाकिस्तान को अंदाजा नहीं था कि इंग्लिश टीम इस तरह काउंटर अटैक करेगी. पाकिस्तान की टीम ये मानकर बैठी थी कि 556 रन का दबाव इंग्लिश टीम को बिखेरने के लिए काफी होगा. लेकिन हुआ इससे ठीक उलट.
कानपुर टेस्ट से इंग्लैंड को मिली राह
इंग्लैंड की टीम ने मुल्तान टेस्ट में जीत के लिए कुछ कुछ वैसा फॉर्मूला अपनाया जो हाल ही में भारतीय टीम ने कानपुर टेस्ट में बाग्लादेश के खिलाफ अपनाया था. जीत की तीसरी वजह यही बनी. दरअसल, कानपुर टेस्ट में दो दिन से ज्यादा का समय बारिश की वजह से खराब हो गया था. बावजूद इसके भारतीय टीम ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करके बांग्लादेश को दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए बुला दिया. कुछ ऐसा ही इंग्लैंड ने किया. मुल्तान टेस्ट मैच के चौथे दिन ही इंग्लैंड ने पाकिस्तान को बल्लेबाजी कराई. ढाई सौ रन से ज्यादा की बढ़त के चलते दूसरी पारी में पाकिस्तान के बल्लेबाज बुरी तरह लड़खड़ाए. पहली पारी में शतक लगाने वाले कप्तान शान मसूद दूसरी पारी में सिर्फ 11 रन बनाकर आउट हो गए. इसके अलावा अनुभवी बल्लेबाज बाबर आजम दहाई के आंकड़े तक नहीं पहुंचे. बाबर मुल्तान टेस्ट की दोनों पारियों में नाकाम रहे. बड़ी बात ये है कि पाकिस्तान ने दूसरी पारी में ऐसी पिच पर घुटने टेके जहां बल्लेबाजी करना कहीं से मुश्किल नहीं था.
पाकिस्तान पर चढ़ गया 267 रन का भूत
मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान की हार की चौथी वजह बनी पहली पारी में इंग्लैंड की 267 रन की बढ़त. ऐसा इसलिए क्योंकि बेजान पिच पर इस बढ़त ने खिलाड़ियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव का काम किया. यही वजह थी कि मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने दूसरी पारी में घुटने टेक दिए. ताज्जुब की बात है कि दूसरी पारी में 100 रन के पहले-पहले 6 बल्लेबाज पवेलियन लौट गए थे. पाकिस्तान के ओपनर अब्दुल्ला शफीक बगैर खाता खोले आउट हो गए. उन्होंने पिछली पारी में शतक लगाया था. इसके अलावा सायब अयूब-25, सऊद शकील-29 और रिजवान-10 रन बनाकर आउट. बेदम पिच पर भी गेंदबाजों के सामने इन खिलाड़ियों ने सरेंडर किया. अबरार अहमद को चोट लगी थी इसलिए दूसरी पारी में वो बल्लेबाजी के लिए नहीं आए.
रन बनाकर तारीफ बटोरने का प्लान भी फेल
मुल्तान टेस्ट में पाकिस्तान की उस प्लानिंग पर भी पानी फिर गया जिसमें उसने मैच ड्रॉ कराके अपने शतकवीरों की तारीफ की सोची थी. दरअसल, पहली पारी में पाकिस्तान के लिए अब्दुल्ला शफीक, कप्तान शान मसूद और सलमान आगा ने शतक लगाया था. बावजूद इसके आज पाकिस्तान में इनके शतकों की चर्चा कोई नहीं कर रहा है. अलबत्ता लोग इस बात से नाराज हैं कि पाकिस्तान के खिलाड़ी पर्सनल माइलस्टोंस के लिए खेलते हैं.