‘मूर्ति बनाने में भ्रष्टाचार हुआ, क्या इसलिए माफी मांगी’, शिवाजी के बहाने राहुल ने PM मोदी को घेरा
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के सांगली में अपने संबोधन में केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि माफी वो मांगते हैं, जो गलती करते हैं. अगर उन्हें माफी मांगना है तो शिवाजी महाराज से माफी मांगने के साथ ही प्रदेश की जनता से भी माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने शिवाजी की मूर्ति गिरने के मामले में कहा कि पीएम को बताना चाहिए कि उन्होंने किस मामले पर माफी मांगी है.
सांगली में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “… आप लोगों के DNA में हमारी विचारधारा है और लड़ाई विचारधारा की है जो आप हिंदुस्तान में देख रहे हैं ये महज राजनीति नहीं है. पहले राजनीति चलती है आज हिंदुस्तान में विचारधाराओं का युद्ध चल रहा है. एक ओर कांग्रेस पार्टी और दूसरी तरफ बीजेपी. हम सामाजिक विकास चाहते हैं, हम सबको जोड़कर साथ आगे बढ़ना चाहते हैं और वो लोग चाहते हैं कि चुने हुए लोगों को ही फायदा मिले… इसी बात की लड़ाई हमारे बीच में है और आपको ये पूरे देश में दिखेगा.”
शिवाजी की पिछलों दिन गिरी मूर्ति और पीएम मोदी के माफी मांगने पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने कहा कि माफी वो लोग मांगते हैं जो गलती करते हैं. शिवाजी की मूर्ति गिरने को लेकर पीएम मोदी ने जो माफी मांगी है, उसमें उन्हें यह बताना चाहिए कि उन्होंने किसके लिए माफी मांगी है. उन्हें यह साफ करना चाहिए कि मेरिट की जगह आरएसएस के लोगों को मूर्ति बनाने का ठेका देने के लिए मांगा है, या फिर भ्रष्टाचार के लिए मांगा है.
जातिगत जनगणना करवाने का फिर से वादा करते हुए राहुल गांधी ने कहा, “मैंने लोकसभा में कहा था कि कुछ भी हो जाए हम जातीय जनगणना करवाएंगे. जनगणना कांग्रेस पार्टी और हमारा गठबंधन इसे करवाएगा क्योंकि हम देश की सच्चाई समझना चाहते हैं कि इस देश के धन का फायदा किस वर्ग को हो रहा है?”
इससे पहले लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हम डॉक्टर पतंगराव कदम की याद में यहां आए हैं. उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी कांग्रेस, महाराष्ट्र और देश की सेवा को दे दी. कदम ने शिक्षा और विकास से जुड़े काम किए, साथ ही पूरी जिंदगी कांग्रेस के साथ खड़े रहे. जब इंदिरा गांधी चुनाव हारी थीं, तब भी कदम उनके साथ खड़े थे.
कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने आगे कहा कि महाराष्ट्र एक प्रगतिशील प्रदेश है. यहां अलग-अलग लोगों ने काम किया और जनता को एक साथ लेकर चले. उन सभी ने महाराष्ट्र को रास्ता दिखाया. छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू जी महाराज, फुले जी समेत कई लोगों ने महाराष्ट्र के साथ-साथ पूरे देश को जीने का तरीका दिया, प्रगति और प्रेरणा दी.