मेघालय में भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड, चार लोगों की मौत
मेघालय के पूर्वी खासी हिल्स जिले में भारी बारिश के बाद भूस्खलन (Landslide) हुआ है. इसकी जद में आने से चार लोगों की मौत हो गई है. इसमें 70 साल के एक बुजुर्ग का शव बरामद कर लिया गया है. रेस्क्यू ऑपरेशन (Rescue Operation) जारी है. पुलिस की टीम मौके पर है. ये घटना पूर्वी खासी हिल्स जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा के पास नोंगप्रियांग गांव की है.
चक्रवाती तूफान रेमल के आने के बाद से पिछले दिनों मेघालय में भारी बारिश हुई है. इसकी वजह से यहां भूस्खलन हुआ है. इससे चार लोगों की मौत हो गई. ये जानकारी मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा ने दी है. संगमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, नोंगप्रियांग, शेला ब्लॉक में हुए भूस्खलन में हमारे चार नागरिकों के मारे जाने की खबर सुनकर दुख हुआ. एक शव बरामद कर लिया गया है.
पूर्वोत्तर भारत की ओर बढ़ा मानसूम
सीएम ने कहा कि प्रशासन को तत्काल मृतक के परिजनों को अनुग्रह राशि जारी करने का निर्देश दिया गया है. मानसून को लेकर मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि 30 मई को पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों की ओर बढ़ गया है. मानसून ने पूरे नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, मेघालय और असम के कुछ हिस्सों समेत पूर्वोत्तर क्षेत्र के अधिकांश भागों में दस्तक दे दी है. केरल में पिछले कुछ दिन से भारी बारिश हो रही है.
विभाग का कहना है कि केरल में एक जून और अरुणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, नागालैंड, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर और असम में मानसून पांच जून को पहुंच सकता है. केरल और पूर्वोत्तर में मानसून एक साथ पहुंचे, ऐसा कम ही देखने को मिला है. इससे पहले चार बार 2017, 1997, 1995 और 1991 में ऐसा हुआ है.
मौसम विभाग का कहना है कि रविवार को पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश से गुजरे चक्रवात रेमल ने मानसून को बंगाल की खाड़ी की ओर खींच लिया है, जो पूर्वोत्तर में मानसून के जल्दी पहुंचने का एक कारण हो सकता है. खेती-किसानी के लिहाज से देखें तो जून और जुलाई को सबसे महत्वपूर्ण मानसून महीना माना जाता है. खरीफ फसल की बुवाई इसी बीच होती है.