मेरे दादा ने देश के लिए कुर्बानी दी थी, कांग्रेस के लिए नहीं… संसद में चरणजीत चन्नी पर भड़के रवनीत बिट्टू
लोकसभा में गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू और कांग्रेस सांसद चरणजीत सिंह चन्नी के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली. सदन में बजट पर चर्चा के दौरान जालंधर से कांग्रेस सांसद चन्नी अपनी बात रख रहे थे. उन्होंने आरोप लगाया कि ये सरकार देश के हवाई अड्डे समेत सब कुछ बेच रही है.
चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि आप (सरकार) देश की संपत्तियों के संरक्षक हैं ना कि मालिक. देश को बर्बाद करने की गलती मत कीजिए. ये सरकार ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह है. इनमें और अंग्रेजों में कोई फर्क नहीं है, सिर्फ रंग का फर्क है. पहले ये सत्ता में काबिज हुए फिर सत्ता के जरिए उद्योगों पर अपने लोगों का कब्जा करा रहे हैं.
आपके पिताजी उस दिन मरे, जिस दिन आपने कांग्रेस छोड़ी
इस पर रेल राज्य मंत्री बिट्टू ने टिप्पणी की. जवाब में चन्नी ने कहा कि आपके पिताजी शहीद हुए थे लेकिन मैं बता दूं कि वह उस दिन मरे, जिस दिन आपने कांग्रेस छोड़ी थी. इस पर सभापति ने कांग्रेस सांसद से व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करने के लिए कहा.
मेरे दादा सरदार बेअंत सिंह ने कुर्बानी देश के लिए दी थी
इस पर बिट्टू ने कहा कि चन्नी ने मेरा नाम लिया. मेरे दादा सरदार बेअंत सिंह ने कुर्बानी देश के लिए दी थी, कांग्रेस के लिए नहीं. चन्नी वकालत करते हैं गरीबी की लेकिन पूरे पंजाब में अगर ये सबसे अमीर और भ्रष्ट आदमी नहीं निकले तो मैं अपना नाम बदल लूंगा. ये गोरा किसको कह रहे हैं. पहले ये बताएं कि सोनिया गांधी कहां की हैं?
चरणजीत सिंह चन्नी हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं
बिट्टू ने चन्नी पर आरोप लगाया कि ये हजारों करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं. इन पर मी टू समेत कई अन्य आरोप भी लगे हैं. इस पर दोनों पक्षों के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक होने लगी. सदन में भारी हंगामे के बीच दोनों तरफ के सांसद आगे बढ़े. कांग्रेस सांसद वेल तक पहुंच गए. बिट्टू आगे बढ़े तो राजनाथ सिंह ने रोका और कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया.