मॉरीशस के साथ है भारत, हमारे संबंध बहुत मजबूत हैं… विदेश मंत्री एस. जयशंकर
विदेश मंत्री एस. जयशंकर मॉरीशस पहुंचे हैं. ये उनका दो दिवसीय और मोदी सरकार 3.0 में पहला विदेश दौरा है. इससे पहले फरवरी 2021 में उन्होंने मॉरीशस का दौरा किया था. हालिया दौरे का मकसद भारत और मॉरीशस के बीच संबंधों को आगे बढ़ाना है. साथ ही मोदी सरकार की नीति पड़ोसी प्रथम की नीति (Neighbourhood First policy), विजन सागर और ग्लोबल साउथ की प्रतिबद्धता भी दर्शाता है. इस दौरे पर विदेश मंत्री ने कहा कि मॉरीशस के विकास के लिए भारत उसके साथ है.
मॉरीशस पहुंचे एस. जयशंकर का वहां के विदेश मंत्री मनीष गोबिन ने एयरपोर्ट पर स्वागत किया. इसको लेकर उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट भी किया है. इसमें उन्होंने लिखा, नमस्ते मॉरीशस… गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए विदेश मंत्री मनीष गोबिन को धन्यवाद.
पीएम मोदी की ओर से शुभकामनाएं दी
इसके साथ ही एस. जयशंकर ने बताया कि वर्तमान कार्यकाल (मोदी सरकार 3.0) में विदेश मंत्री के तौर पर पहला विदेश दौरा कर रहा हूं. यह हमारे द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती को दर्शाता है. मुझे मॉरीशस के पीएम से मिलने का अवसर मिला है. मैंने उनको पीएम मोदी की ओर से अभिवादन और शुभकामनाएं दी हैं.
बैठक में इन मुद्दों पर चर्चा हुई
मैंने मॉरीशस के पीएम को यह भी बताया कि भारत के लोगों ने तीसरी बार मोदी सरकार के शपथ ग्रहण के मौके पर उनकी मौजूदगी को बहुत सराहा. हमारी बैठक में विकास साझेदारी, रक्षा और समुद्री निगम, आर्थिक और व्यापार संबंधों जैसे विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई. मैंने विकास और समृद्धि के लिए मॉरीशस को भारत के निरंतर सपोर्ट को दोहराया.
मॉरीशस-भारत के संबंध बहुत मजबूत
मॉरीशस के पीएम की मौजूदगी में आयोजित एक कार्यक्रम में जयशंकर ने कहा कि मॉरीशस के साथ भारत के संबंध बहुत मजबूत हैं. ये बहुआयामी साझेदारी में बदले हैं. जयशंकर और जगन्नाथ ने मॉरीशस में 7वीं पीढ़ी के भारतीय मूल के लोगों को OCI कार्ड भी सौंपे.द्वीप की 12 लाख की आबादी में करीब 70 फीसदी भारतीय मूल के लोग हैं.