म्यूचुअल फंड ने तोड़ डाले सारे रिकॉर्ड, पहली बार आंकड़ा 23000 करोड़ के पार

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गर्वनर शक्तिकांत दास ने इंवेस्टमेंट के मोर्चे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मौजूदा दौर में रिटेल कस्टमर्स का रुख अल्टरनेटिव्स इंवेस्टमेंट की ओर देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से बैंकों को फंडिंग के मोर्चे पर कई चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अब इसका सबूत भी सामने आ गया है. जुलाई में इक्विटी म्यूचुअल फंड (एमएफ) में निवेश में 9% की कमी आई, जबकि एसआईपी में 10% की वृद्धि हुई है और यह पहली बार हुआ है जब इसका आंकड़ा 23,000 करोड़ रुपए को पार कर गया.
एसआईपी में देखी गई तेजी
एएमएफआई के लेटेस्ट आंकड़ों के अनुसार, मंथली एसआईपी जून में 21,262 करोड़ रुपए से बढ़कर जुलाई में 23,332 करोड़ रुपए हो गई है. म्यूचुअल फंड का कुल AUM जून में 60.89 लाख करोड़ रुपए के मुकाबले जुलाई में 6% बढ़कर 64.69 लाख करोड़ रुपए हो गया है.
इक्विटी एमएफ में शुद्ध निवेश में 9% की गिरावट आई है, जबकि डेट एमएफ में जुलाई में निवेश बढ़ा. सेक्टोरल फंड, जिनमें लगातार तीन महीनों से निवेश बढ़ रहा था, में जुलाई में निवेश में 18% की गिरावट देखी गई. इस श्रेणी में जून में 22,351 करोड़ रुपए के मुकाबले जुलाई में 18,386 करोड़ रुपए का निवेश हुआ.
इन चार कैगेटरी में घटा निवेश
जुलाई में 16 डेट एमएफ कैटेगरी में से 12 में निवेश आया. जिन चार कैटेगरी में निवेश घटा, उनमें मिड कैप फंड, क्रेडिट रिस्क फंड, बैंकिंग और पीएसयू फंड और 10 साल की निरंतर मैच्योरिटी वाले गिल्ट फंड शामिल हैं. जुलाई में लिक्विड फंड में सबसे ज्यादा 70,060 करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, जबकि जून में 80,354 करोड़ रुपए का निवेश घटा था. मनी मार्केट फंड 28,738 करोड़ रुपए के निवेश के साथ दूसरे स्थान पर रहे. इसके विपरीत, क्रेडिट रिस्क फंड में सबसे ज्यादा निवेश घटा, जो जुलाई में 542 करोड़ रुपए रहा.
क्यों हो रही RBI और SBI को चिंता?
वहीं दूसरी ओर देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी रिपोर्ट में कुछ इसी तरह की चिंता जाहिर की है, जैसी आरबीआई व्यक्त कर रहा है. एसबीआई की रिपोर्ट कहती है कि बैंकों के क्रेडिट ग्रोथ में तो इजाफा हो रहा है, लेकिन डिपोजिट्स में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है.
अब निवेशक बैंक डिपॉजिट्स या यूं कहें कि बैंकिंग स्कीम्स में निवेश करने की जगह म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार में निवेश करने को तरजीह दे रहे हैं. हाल ही में म्यूचुअल फंड में निवेशकों ने 21 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का निवेश किया है. इस इंवेस्टमेंट की ग्रोथ रेट भी ज्यादा है. वहीं दूसरी ओर देश के बैंकों के डिपॉजिट्स की ग्रोथ में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है.

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