युद्ध विराम बातचीत पूरी किए बिना लौटा इजराइली डेलिगेशन, अब क्या होगा?
इजराइल और हमास के बीच सीजफायर की कोशिशें जारी हैं. अमेरिका, कतर, मिस्र समेत दुनिया भर के देश गाजा युद्ध विराम की कोशिशों में लगे हैं. कतरी चैनल अल अरबी ने सोमवार को बताया कि युद्ध विराम और बंधक रिहाई डील के लिए कायरो गए इजराइली डेलिगेशन फिलाडेल्फिया कॉरिडोर और राफा मुद्दे पर कोई चर्चा किए बिना ही इजराइल लौट गया है.
फिलाडेल्फिया कॉरिडोर गाजा के लिए एक जरूरी मुद्दा है, क्योंकि इजराइल पूरे कॉरिडोर पर अपना कब्जा चाहता है. फिलाडेल्फिया कॉरिडोर मिस्र और गाजा बॉर्डर पर करीब 12 किलोमीटर की पतली पट्टी है और इसी पर राफा बॉर्डर है. फिलाडेल्फिया कॉरिडोर के कंट्रोल के बाद गाजा चारों तरफ से इजराइल सेना के कंट्रोल में आ जाएगा. बता दें कि राफा बॉर्डर गाजा को बाहरी दुनिया से जोड़ने का एकमात्र रास्ता है. इसीलिए हमास समझौते में यहां से इजराइल सेना की वापसी चाह रहा है.
स्काई न्यूज ने भी बताया कि बातचीत सफल न होने की वजह से इजराइली प्रतिनिधिमंडल वापस लौट आया है. सोमवार की इजराइल के दौरे पर आए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग से मुलाकात करने के बाद कहा, “बंधकों को घर वापस लाने का यह आखिरी मौका हो सकता है.” लेकिन इजराइल डेलिगेशन के सभी मुद्दों पर चर्चा किए बिना वापस लौटने से इस बातचीत में भी बात बनती नहीं दिख रही है.
हमास पर लगाया आरोप
इजराइल राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा कि हमास समझौते में रुकावट बन रहा है. उन्होंने ये भी कहा हम चारों ओर से आतंक से घिरे हैं और एक मजबूत राष्ट्र के रूप में इसका मुकाबला कर रहे हैं. वही हमास ने का कहना है कि अमेरिका का ये समझौता मई में लाए गए समझौते से अलग है और इसको इजराइल की शर्तों के हिसाब से बदल दिया गया है.
क्या इस बार हो पाएगा समझौता?
एटनी ब्लिंकन ने सोमवार शाम इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से भी मुलाकात की, उनकी ये मुलाकात पूरे तीन घंटे चली. बैठक के पूरा होने के बाद पीएम ऑफिस ने जानकारी दी, “बैठक पॉजीटिव रही और अच्छे माहौल में आयोजित की गई. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने हमारे बंधकों की रिहाई पर वर्तमान अमेरिकी प्रस्ताव के प्रति इजरायल की प्रतिबद्धता दोहराई”
वहीं हमास का कहना है कि इस समझौते में पूर्ण युद्धविराम का जिक्र नहीं किया गया है और इसके जगह समझौते के दूसरे हिस्से की बात की गई है. ऐसे में देखना होगा हमास इस समझौते में मान जाएगा या अमेरिका को फिर से बदलाव करने होंगे.