यूपी के बाद अब बंगाल…सुवेंदु अधिकारी के बयान पर क्या बीजेपी में पड़ गई दरार?
उत्तर प्रदेश के बाद बंगाल बीजेपी में उथल पुथल की खबरें हैं. बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी के ‘सबका साथ, सबका विकास बंद करो’ की जगह ‘हम उनके साथ जो हमारे साथ’ वाले बयान को लेकर दरार पैदा हो गई है. कुछ नेता सुवेंदु के समर्थन में हैं तो वहीं अन्य इसे पार्टी के रुख के विपरीत बताकर इसका विरोध कर रहे हैं.
भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी के विस्तारित सत्र को बुधवार को संबोधित करते हुए अधिकारी ने हालिया लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल में पार्टी के खराब प्रदर्शन के लिए अल्पसंख्यक समुदाय से कम समर्थन मिलने को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा था, ‘सबका साथ, सबका विकास’ की जरूरत नहीं है और इसके बजाय उन्होंने ‘हम उनके साथ जो हमारे साथ’ का प्रस्ताव दिया.
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई ने अधिकारी की टिप्पणी को ‘व्यक्तिगत टिप्पणी’ करार देते हुए उससे दूरी बना ली थी. हालांकि, बीजेपी के कुछ नेताओं ने गुरुवार को अधिकारी के विचारों का समर्थन किया.
अधिकारी ने जो कहा वह सच है- तथागत रॉय
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष तथागत रॉय ने कहा, ‘अधिकारी ने जो कहा वह सच है. अगर कुछ लोगों को सच्चाई से समस्या है तो हम इसमें कुछ नहीं कर सकते. वह ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे का प्रशासन या शासन के संदर्भ में विरोध नहीं कर रहे थे, बल्कि बंगाल में राजनीतिक रणनीति के संदर्भ में इसका विरोध कर रहे थे.’
त्रिपुरा के पूर्व राज्यपाल रॉय ने वोट के लिए खास समुदायों को खुश करने से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया. पूर्व सांसद अर्जुन सिंह ने भी रॉय के विचारों को दोहराते हुए बंगाल में इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से उठाने के लिए अधिकारी के साहस की प्रशंसा की.
पार्टी के आधिकारिक रुख से कोई समझौता नहीं- मजूमदार
सिंह और रॉय द्वारा अधिकारी का समर्थन किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा, पार्टी के आधिकारिक रुख से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. ‘सबका साथ, सबका विकास’ हमारा आधिकारिक रुख है और इससे समझौता नहीं किया जा सकता. मजूमदार के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए अधिकारी ने दावा किया कि यहां तक कि प्रदेश अध्यक्ष भी निजी तौर पर उनके विचारों का समर्थन करते हैं.