यूपी में इस बार सॉल्वर गैंग पस्त, कैसे हुई देश की सबसे बड़ी पुलिस भर्ती परीक्षा?

यूपी में पुलिस भर्ती परीक्षा खत्म हो गई है. पांच दिनों की परीक्षा के बाद यूपी सरकार और पुलिस ने राहत की सांस ली है. पेपर लीक न हो इसके लिए इस बार कई तरह के बदलाव किए गए. यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की ये अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा रही. जिसमें 48 लाख से अधिक लोग शामिल हुए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बिना किसी गड़बड़ी के परीक्षा होने पर इस व्यवस्था में लगे सभी लोगों को बधाई दी.
पिछली बार पुलिस भर्ती परीक्षा इस साल 17 और 18 फरवरी को हुई थी. लेकिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द कर दी गई. तब बहुत हंगामा हुआ था. विपक्षी पार्टियों ने इसे बड़ा मुद्दा बनाने की कोशिश की थी. पुलिस भर्ती परीक्षा का पेपर गुजरात से लीक हुआ था. प्रिंटिंग प्रेस से लेकर ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के कर्मचारी इस मामले में गिरफ्तार हुए. इसलिए इस बार हर कदम पर सतर्कता बरती गई.
पिछली बार आईपीएस अधिकारी को बोर्ड से हटना पड़ा था
पिछली बार पेपर लीक के चक्कर में सीनियर आईपीएस अधिकारी रेणुका कुमार को पुलिस भर्ती बोर्ड से हटना पड़ा था. उनकी जगह तेज तर्रार आईपीएस अफसर राजीव कृष्ण को बोर्ड की अध्यक्ष बनाया गया. उनके नेतृत्व में बिना गड़बड़ी की पुलिस भर्ती परीक्षा हो गई. इस बार हर काम के लिए चार-चार एजेंसियों की मदद ली गई. पेपर बनाने में, पेपर प्रिंट करने में, प्रिंटिंग प्रेस से पेपर को कोषागार ले जाने में, ट्रेजरी से परीक्षा सेंटर तक ले जाने में.
60,244 पद, 5 दिन लगातार लिखित परीक्षा
पुलिस बल के 60,244 पदों के लिए प्रदेश के सभी जनपदों में 5 दिनों तक प्रतिदिन 2 चरणों में लिखित परीक्षा हुई. सीएम योगी के विजन व कुशल मार्गदर्शन में परीक्षा के आयोजन के दौरान सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का पालन किया गया, जिससे परीक्षार्थियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ा.
इस बार सॉल्वर गैंग के हौसले पस्त
प्रदेश के सभी सेंटरों पर 197 859 पुलिसकर्मियों को तैनाती की गई, वहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लैस सीसीटीवी के प्रयोग ने सॉल्वर गैंग व अराजक तत्वों के हौसलों को पस्त कर दिया. प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी बड़े स्तर पर पुलिस भर्ती प्रक्रिया लिखित परीक्षा प्रक्रिया पूरी की गई. शहर के विभिन्न क्षेत्रों में परीक्षा केंद्रों का संचालन किया गया जहां चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था देखने को मिली.
इस बार की भर्ती में महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण
कमोबेश, यही नजारा प्रदेश के हर जनपद में देखने को मिला जहां लिखित परीक्षा में भाग ले रही परीक्षार्थियों का हौसला देखते ही बनता था. खास बात ये भी है कि इस बार पुलिस बल में महिलाओं को 20 प्रतिशत आरक्षण देने का प्रावधान भी दिया गया है जिससे प्रदेश की नारी शक्ति की पुलिस बल में सहभागिता बढ़ेगी.

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