यूपी सरकार के साथ संघ की बैठक, सीएम योगी और दोनों डिप्टी सीएम रहेंगे मौजूद
लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं के साथ सरकार की बैठक होगी. यह बैठक शुक्रवार शाम को लखनऊ में प्रस्तावित है. बैठक में सरकार की तरफ से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और दूसरे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक मौजूद रहेंगे. बैठक की वजह से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए गए हैं.
बीजेपी की तरफ से प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी इस बैठक में शामिल होंगे. आरएसएस की तरफ से इस बैठक में सह सरकार्यवाह अरुण कुमार और क्षेत्रीय स्तर के कुछ पदाधिकारी शामिल होंगे. संघ के भीतर वर्तमान में अरुण कुमार का काम कॉर्डिनेशन का है.
मुद्दे को लेकर सियासी चर्चा तेज
संघ, सरकार और बीजेपी संगठन की इस बैठक का मुद्दा क्या है, इसको लेकर सियासी चर्चा तेज है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद से ही सरकार के भीतर अंदरुनी तौर पर सबकुछ ठीक नहीं बताया जा रहा है. हाल ही में दिल्ली में सरकार और संगठन के कुछ पदाधिकारियों को दिल्ली बुलाया गया था.
इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 2 महीने बाद 10 सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव भी होने हैं. इन 10 में से 5 सीट वर्तमान में विपक्षी समाजवादी पार्टी के पास है. इनमें फैजाबाद की मिल्कीपुर सीट भी शामिल है. कहा जा रहा है कि बैठक में इस मुद्दे को लेकर भी चर्चा हो सकती है.
सुर्खियों में रही थी समीक्षा बैठक
लोकसभा चुनाव में हार के बाद हाल ही में लखनऊ में बीजेपी ने समीक्षा बैठक बुलाई थी. इस बैठक में खुद राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मौजूद थे. बीजेपी की इस समीक्षा बैठक ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी. दरअसल, बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ने संगठन को सरकार से बड़ा बता दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने यहां तक कह दिया कि जो दुख कार्यकर्ताओं का है, वही दुख मेरा भी है.
इस समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हार के लिए ओवर कन्फिडेंस को जिम्मेदार ठहराया था. योगी ने साथ ही यह भी कहा था कि सरकार है, इसलिए सबका मान-सम्मान बरकरार है.
लोकसभा चुनाव में हुई थी हार
2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. पार्टी को 80 में से सिर्फ 33 सीटों पर जीत मिली, जबकि उसके सहयोगी 3 सीटों पर जीत हासिल कर पाए. 2019 में बीजेपी 63 और 2014 में 75 सीटों पर जीत दर्ज की थी.
बीजेपी रामजन्मभूमि वाली अयोध्या और कुंभ वाली प्रयागराज सीट भी हार गई. कई सीटों पर पार्टी के उम्मीदवार 10 हजार के भी कम अंतर से चुनाव जीते.