‘ये आखिरी चांस..’, इजराइल के राष्ट्रपति से मिलकर अमेरिकी विदेश मंत्री ने खड़े कर दिए हाथ!
गाजा युद्ध को 10 महीनों से ज्यादा का समय बीत चुका है. 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद शुरू हुए इजराइली आक्रमण से गाजा में अब तक 40 हजार लोगों की मौत हो चुकी है. हमास ने हमला कर इजराइल के 250 लोगों को बंधक बना लिया था. गाजा पर आक्रमण करने के मकसद को बताते हुए इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि ये ऑपरेशन गाजा में हमास के खात्मे और बंधकों को वापस लाने के लिए है.
ज्यादातर बंधकों को पिछले दो संघर्ष विराम समझौतों के तहत छुड़ा लिया गया है. अभी भी हमास के पास दर्जनों इजराइली बंधक हैं. अपने सैन्य कार्रवाई के बल पर इजराइल सेना ने महज महज 4 ही इजराइली बंधकों को रिहा करवाया है, बाकि सभी बंधक समझौते के तहत रिहा हो पाए हैं. अब एक बार फिर युद्ध विराम वार्ता की शुरुआत हो रही है.
युद्ध विराम वार्ता को लेकर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन एक बार फिर इजराइल पहुंचे हैं, युद्ध शुरू होने के बाद ये उनका 9 वा दौरा है. ब्लिंकन ने इस बार की शांति वार्ता को बंधकों की रिहाई के लिए आखिरी मौका बताया है. दुनिया भर की ताकतें और मानवाधिकार संघठन इजराइल पर युद्धविराम समझौते के लिए दबाव बना रहे हैं. अमेरिका के इस बयान से युद्धविराम के लिए दबाव और बढ़ गया है.
इजराइल में क्या बोले ब्लिंकन?
ब्लिंकन अपनी यात्रा के दौरान इजराइल के राष्ट्रपति आइजैक हर्ज़ोग से मुलाकात की और कहा, “युद्धविराम कराने, स्थायी शांति और सुरक्षा के लिए, यह एक निर्णायक क्षण है. शायद बंधकों को घर वापस लाने के लिए ये आखिरी अवसर हो.”
क्षेत्रीय तनाव को कम करने के लिए कर रहे काम
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ये भी कहा कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए भी काम कर रहे हैं कि ईरान की और से इजराइल पर संभावित हमले न हो और कोई क्षेत्रीय तनाव न बढ़े.
बता दें कि जुलाई में तेहरान में हुई हमास नेता इस्माइल हनीया की हत्या के बाद से ईरान ने इजराइल से बदला लेने की कसम खाई है, जिसके बाद जंग के फैलने का डर बना हुआ है. अमेरिका अपने अलायंस के साथ मिलके ईरान के हमले को रोकने में लगा हुआ है.